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अजमेर : राष्ट्रीय लोक अदालत में 2000 मामलों का निस्तारण - अजमेर कोर्ट

अजमेर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ. जिसमें करीब 2000 हजार प्रकरणों का राजीनामे के जरिए निस्तारण हो पाया है. जिनमें कई मामले 10-20 सालों से लंबित चल रहे थे.

अजमेर में राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन, न्यायिक अधिकारियों ने एडीआर परिसर में पौधरोपण भी किया
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Published : Jul 13, 2019, 10:28 PM IST

अजमेर. जिला मुख्यालय पर न्यायिक अधिकारियों ने पौधारोपण कर राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत की. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को किया गया. अजमेर में राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए 15628 प्रकरण चिन्हित किए गए थे. जिसकी सुनवाई के लिए 49 बैंचों का गठन किया गया था.

अजमेर में राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन

यहां राष्ट्रीय लोक अदालत का आगाज न्यायिक अधिकारियों द्वारा संयोगिता नगर स्थित एडीआर परिसर में पौधरोपण से किया गया. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एडीजे डॉ. शक्ति सिंह शेखावत ने बताया कि जिला सेशन न्यायाधीश विनोद कुमार भरवानी ने पौधारोपण कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की.

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में 2 तरह के प्रकरण आ रहे हैं. ऐसे प्रकरण जो न्यायालयों में लंबित है और राजीनामा योग्य प्रकरण है. वहीं दूसरे जो प्री-लिटिगेशन स्टेज पर है, जो किसी न्यायालय में नहीं चल रहे हैं.

राष्ट्रीय लोक अदालत में मुख्य रूप से चेक बाउंस, बैंक रिकवरी, श्रम विभाग, पानी व बिजली के बिल व अन्य दंडित व पारिवारिक व अन्य सिविल विवाद और लंबित मामलों में दंडनीय अपराध मोटर वाहन दुर्घटना, क्लेम से जुड़े मामले वैवाहिक विवाद, श्रम विभाग, भूमि अधिग्रहण मामले, मजदूरी भत्ते व पेंशन भत्तों से संबंधित सेवा मामले अन्य सिविल मामले की सुनवाई राजीनामे और समझाइश के जरिए निस्तारित किए गए.

विधिक प्राधिकरण के सचिव शक्ति सिंह शेखावत ने बताया कि 15628 मामलों में से करीब 2000 मामलों का राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण किया गया है. इन निर्णयों में कई मामले करीब 20 सालों से और कई मामले 10 सालों से लंबित थे. उनको लोक अदालत में निपटाया गया है.

अजमेर. जिला मुख्यालय पर न्यायिक अधिकारियों ने पौधारोपण कर राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत की. राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को किया गया. अजमेर में राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए 15628 प्रकरण चिन्हित किए गए थे. जिसकी सुनवाई के लिए 49 बैंचों का गठन किया गया था.

अजमेर में राष्ट्रीय लोक अदालत का हुआ आयोजन

यहां राष्ट्रीय लोक अदालत का आगाज न्यायिक अधिकारियों द्वारा संयोगिता नगर स्थित एडीआर परिसर में पौधरोपण से किया गया. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एडीजे डॉ. शक्ति सिंह शेखावत ने बताया कि जिला सेशन न्यायाधीश विनोद कुमार भरवानी ने पौधारोपण कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की.

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में 2 तरह के प्रकरण आ रहे हैं. ऐसे प्रकरण जो न्यायालयों में लंबित है और राजीनामा योग्य प्रकरण है. वहीं दूसरे जो प्री-लिटिगेशन स्टेज पर है, जो किसी न्यायालय में नहीं चल रहे हैं.

राष्ट्रीय लोक अदालत में मुख्य रूप से चेक बाउंस, बैंक रिकवरी, श्रम विभाग, पानी व बिजली के बिल व अन्य दंडित व पारिवारिक व अन्य सिविल विवाद और लंबित मामलों में दंडनीय अपराध मोटर वाहन दुर्घटना, क्लेम से जुड़े मामले वैवाहिक विवाद, श्रम विभाग, भूमि अधिग्रहण मामले, मजदूरी भत्ते व पेंशन भत्तों से संबंधित सेवा मामले अन्य सिविल मामले की सुनवाई राजीनामे और समझाइश के जरिए निस्तारित किए गए.

विधिक प्राधिकरण के सचिव शक्ति सिंह शेखावत ने बताया कि 15628 मामलों में से करीब 2000 मामलों का राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण किया गया है. इन निर्णयों में कई मामले करीब 20 सालों से और कई मामले 10 सालों से लंबित थे. उनको लोक अदालत में निपटाया गया है.

Intro:अजमेर न्यायिक अधिकारियों ने पौधारोपण कर राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत की राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को किया गया अजमेर नया क्षेत्र में राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए 15628 प्रकरण चिन्हित किए गए जिसकी सुनवाई के लिए 49 बेंचो का गठन किया गया था


Body:राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार राष्ट्रीय लोक अदालत का आगाज न्यायिक अधिकारियों द्वारा संयोगिता नगर स्थित एडीआर परिसर में पौधरोपण से हुआ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एडीजे डॉ शक्ति सिंह शेखावत ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला सेशन न्यायाधीश विनोद कुमार भरवानी ने पौधारोपण कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में 2 तरह के प्रकरण के जा रहे हैं ऐसे प्रकरण जो न्यायालयों में लंबित है और राजीनामा योग्य प्रकरण है वहीं दूसरे जो प्री लिटिगेशन स्टेज पर है जो किसी न्यायालय में नहीं चल रहे हैं


Conclusion:राष्ट्रीय लोक अदालत में मुख्य रूप से चेक बाउंस ,बैंक रिकवरी, श्रम विभाग, पानी व बिजली के बिल व अन्य दंडित व पारिवारिक वं अन्य सिविल विवाद और लंबित मामलों में दंडनीय अपराध मोटर वाहन दुर्घटना, क्लेम से जुड़े मामले वैवाहिक विवाद ,श्रम विभाग, भूमि अधिग्रहण, मामले मजदूरी भत्ते व पेंशन भक्तों से संबंधित सेवा मामले अन्य सिविल मामले की सुनवाई राजीनामे और समझाइश से निस्तारित किए गए


विधिक प्राधिकरण के सचिव शक्ति सिंह शेखावत ने जानकारी देते हुए बताया कि 15628 मामलों में से 2000 मामलों का राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से निस्तारण किया गया है जा समझा इससे सभी मामलों को सुलझाया गया है विधिक प्राधिकरण द्वारा एक अच्छी पहल की गई जिसमें लगभग 20 सालों से और कई मामले 10 सालों से लंबित थे उनको लोक अदालत के जरिए निपटाया गया है


बाईट- शक्ति सिंह - सचिव-शेखवात जिला विधिक प्राधिकरण
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