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भाजपा के चिंतन शिविर का संदेशः मुख्यमंत्री पद का चेहरा दिल्ली ही तय करेगी

राजसमंद के कुंभलगढ़ में हो रहे भाजपा का दो दिवसीय चिंतन शिविर का बुधवार को समापन हो गया. इस शिविर में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भूपेंद्र यादव और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शामिल नहीं हुई. तीनों नेता भाजपा के सीएम रेस में माने जाते हैं.

BJP contemplation camp , भाजपा का चिंतन शिविर
भाजपा का चिंतन शिविर
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Published : Sep 23, 2021, 2:04 PM IST

Updated : Sep 23, 2021, 4:18 PM IST

उदयपुर. प्रदेश भाजपा में व्याप्त गुटबाजी के बीच आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के मंत्र के साथ भाजपा का दो दिवसीय चिंतन शिविर का समापन हो गया. शिविर में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को संदेश दे दिया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा दिल्ली ही तय करेगी. भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने साफ संदेश दे दिया हैं. दो दिवसीय बैठक में विभिन्न मुद्दों पर मंथन हुआ.

भाजपा का चिंतन

चिंतन शिविर में हुआ मंथन गुटबाजी पर लगाम कैसे लगाए?

राजनीतिक पंडितों की जिस बात को लेकर निगाहें थी की भाजपा के शीर्ष नेता और संगठन एक जाजम पर होंगे. सबकी निगाहें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर थी.लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस बैठक में शामिल नहीं हुई. भाजपा के सीएम रेस में शामिल केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मंत्री भूपेंद्र यादव भी शामिल नहीं हुए. तीनों नेता भाजपा के सीएम रेस में शामिल हैं.

हालांकि, शिविर में जिस बात को लेकर चिंतन करना था जिस गुटबाजी पर लगाम कैसे लगाए? सब लोगों को एक छत के नीचे एक संदेश देने का जो सूत्र पिरोया गया था उस पर कहीं ना कहीं भाजपा को इस बार भी सफलता हाथ लगती हुई नजर नहीं आई. क्योंकि लंबे समय से भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह सभी लोगों को एक सूत्र में समेटने की कोशिश करने में जुटे हुए थे. लेकिन सफल नहीं हुए.

पढ़ें-गहलोत कैबिनेटः 4 अक्टूबर को मंत्री विधानसभा में और 5 से 7 को प्रभार जिलों में जाएंगे...आमजन को राहत देते हुए किए कई निर्णय

विधानसभा चुनाव जीत पर हुआ मंथन

यह दो दिवसीय चिंतन बैठक का राष्ट्रीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में गुटबाजी के साथ ही बयानबाजी और 2023 के विधानसभा चुनाव को फतह करने के लिए मंथन किया गया. ईटीवी भारत ने जब प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से पूछा कि इन तीनों नेताओं के नहीं आने का कारण, पूनिया ने कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया में किसी की अनुपस्थिति को सियासी कारणों से उसे प्रमाणित नहीं किया जाता है. नहीं आने के व्यक्तिगत और पारिवारिक कारण थे. इसलिए उनकी अनुपस्थिति को राजनीतिक कारणों से जोड़ना गलत है. मुझे नहीं लगता कि इन तीनों की अनुपस्थिति के पीछे कोई सियासी कारण है.

मोदी सरकार की योजनाओं के दम पर जीतेंगे चुनाव

राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने कहा कि पार्टी को स्थाई व मजबूत बनाने के लिए हम सबको जन भावनाओं के अनुसार कार्यक्रम भी बनाने पड़ेंगे. काम करना पड़ेगा. भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता आधारित सामान्यजन की पार्टी है. इसलिए राष्ट्र के हर व्यक्ति की समस्या का समाधान करेंगे.

केंद्र सरकार की योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने के लिए जन अभियान चलाएंगे. हमारे संगठन में हर कार्यकर्त्ता की सुनते भी है.कार्यक्रम का संकल्प भी लेते हैं. भाजपा अब प्रत्येक कार्यकर्ता को तराशना चाहती है, जो संगठन और सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. मोदी सरकार की योजनाओं के दम पर हम चुनाव जीतेंगे.

पढ़ें-राजस्थान: शिक्षण सत्र को पटरी पर लाने की कवायद, बच्चों को 27 सितंबर तक हार हाल में देनी होगी Work Book

कार्यकर्ताओं से लिया विधानसभा वार फीडबैक

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि भाजपा का अगला सीएम यह पार्लियामेंट बोर्ड तय करेगा. इस बार का चुनाव हम पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ेंगे. यह साफ जाहिर करता है कि भाजपा की गुटबाजी को लगाम लगाने के लिए जो लकीर खींची जा रही है. जिससे गुटबाजी पर भी लगाम लगेगा. सभी लोग एक साथ काम करेंगे. बैठक से जो राष्ट्रीय नेतृत्व संदेश देना चाहता है उसे देने में सफल रहा. अन्य राज्यों में जिस तरह से चुनाव लड़े गए उन्हीं की तर्ज पर राजस्थान में भी चुनाव होंगे. पूनिया ने कहा कि राजस्थान में हर 5 साल बाद सत्ता परिवर्तन होता है. भाजपा विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी. बैठक में कार्यकर्ताओं से विधानसभा वार फीडबैक लिया गया.

गहलोत सरकार की विफलता बताएंगे

बैठक से बाहर निकले प्रमुख नेताओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए एक संदेश सबसे ज्यादा दिया कि राजस्थान की गहलोत सरकार को आने वाले दिनों में सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिलेगा ऐसे में राष्ट्रीय नेतृत्व के नेताओं ने साफ संदेश दिया है कि गहलोत सरकार की नीतियों को लेकर जनता तक पहुंचा जाए और सरकार की विफलता को बताया जाएगा.

उदयपुर. प्रदेश भाजपा में व्याप्त गुटबाजी के बीच आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के मंत्र के साथ भाजपा का दो दिवसीय चिंतन शिविर का समापन हो गया. शिविर में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों को संदेश दे दिया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा दिल्ली ही तय करेगी. भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने साफ संदेश दे दिया हैं. दो दिवसीय बैठक में विभिन्न मुद्दों पर मंथन हुआ.

भाजपा का चिंतन

चिंतन शिविर में हुआ मंथन गुटबाजी पर लगाम कैसे लगाए?

राजनीतिक पंडितों की जिस बात को लेकर निगाहें थी की भाजपा के शीर्ष नेता और संगठन एक जाजम पर होंगे. सबकी निगाहें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर थी.लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस बैठक में शामिल नहीं हुई. भाजपा के सीएम रेस में शामिल केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और मंत्री भूपेंद्र यादव भी शामिल नहीं हुए. तीनों नेता भाजपा के सीएम रेस में शामिल हैं.

हालांकि, शिविर में जिस बात को लेकर चिंतन करना था जिस गुटबाजी पर लगाम कैसे लगाए? सब लोगों को एक छत के नीचे एक संदेश देने का जो सूत्र पिरोया गया था उस पर कहीं ना कहीं भाजपा को इस बार भी सफलता हाथ लगती हुई नजर नहीं आई. क्योंकि लंबे समय से भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह सभी लोगों को एक सूत्र में समेटने की कोशिश करने में जुटे हुए थे. लेकिन सफल नहीं हुए.

पढ़ें-गहलोत कैबिनेटः 4 अक्टूबर को मंत्री विधानसभा में और 5 से 7 को प्रभार जिलों में जाएंगे...आमजन को राहत देते हुए किए कई निर्णय

विधानसभा चुनाव जीत पर हुआ मंथन

यह दो दिवसीय चिंतन बैठक का राष्ट्रीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में गुटबाजी के साथ ही बयानबाजी और 2023 के विधानसभा चुनाव को फतह करने के लिए मंथन किया गया. ईटीवी भारत ने जब प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से पूछा कि इन तीनों नेताओं के नहीं आने का कारण, पूनिया ने कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया में किसी की अनुपस्थिति को सियासी कारणों से उसे प्रमाणित नहीं किया जाता है. नहीं आने के व्यक्तिगत और पारिवारिक कारण थे. इसलिए उनकी अनुपस्थिति को राजनीतिक कारणों से जोड़ना गलत है. मुझे नहीं लगता कि इन तीनों की अनुपस्थिति के पीछे कोई सियासी कारण है.

मोदी सरकार की योजनाओं के दम पर जीतेंगे चुनाव

राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने कहा कि पार्टी को स्थाई व मजबूत बनाने के लिए हम सबको जन भावनाओं के अनुसार कार्यक्रम भी बनाने पड़ेंगे. काम करना पड़ेगा. भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता आधारित सामान्यजन की पार्टी है. इसलिए राष्ट्र के हर व्यक्ति की समस्या का समाधान करेंगे.

केंद्र सरकार की योजनाओं को आम जन तक पहुंचाने के लिए जन अभियान चलाएंगे. हमारे संगठन में हर कार्यकर्त्ता की सुनते भी है.कार्यक्रम का संकल्प भी लेते हैं. भाजपा अब प्रत्येक कार्यकर्ता को तराशना चाहती है, जो संगठन और सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. मोदी सरकार की योजनाओं के दम पर हम चुनाव जीतेंगे.

पढ़ें-राजस्थान: शिक्षण सत्र को पटरी पर लाने की कवायद, बच्चों को 27 सितंबर तक हार हाल में देनी होगी Work Book

कार्यकर्ताओं से लिया विधानसभा वार फीडबैक

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि भाजपा का अगला सीएम यह पार्लियामेंट बोर्ड तय करेगा. इस बार का चुनाव हम पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ेंगे. यह साफ जाहिर करता है कि भाजपा की गुटबाजी को लगाम लगाने के लिए जो लकीर खींची जा रही है. जिससे गुटबाजी पर भी लगाम लगेगा. सभी लोग एक साथ काम करेंगे. बैठक से जो राष्ट्रीय नेतृत्व संदेश देना चाहता है उसे देने में सफल रहा. अन्य राज्यों में जिस तरह से चुनाव लड़े गए उन्हीं की तर्ज पर राजस्थान में भी चुनाव होंगे. पूनिया ने कहा कि राजस्थान में हर 5 साल बाद सत्ता परिवर्तन होता है. भाजपा विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी. बैठक में कार्यकर्ताओं से विधानसभा वार फीडबैक लिया गया.

गहलोत सरकार की विफलता बताएंगे

बैठक से बाहर निकले प्रमुख नेताओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए एक संदेश सबसे ज्यादा दिया कि राजस्थान की गहलोत सरकार को आने वाले दिनों में सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिलेगा ऐसे में राष्ट्रीय नेतृत्व के नेताओं ने साफ संदेश दिया है कि गहलोत सरकार की नीतियों को लेकर जनता तक पहुंचा जाए और सरकार की विफलता को बताया जाएगा.

Last Updated : Sep 23, 2021, 4:18 PM IST
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