श्रीगंगानगर. मेडल पर भारी आर्थिक तंगी की खबर देखने के बाद पावर लिफ्टर शिखा की मदद के लिए हाथ उठने लगे हैं. इसी क्रम में श्रीगंगानगर के लालगढ़ जाटान में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाला छात्र कुणाल खाटीवाल अपनी बचाई हुई पॉकेट मनी से 17 मेडल जीत चुकी शिखा की मदद करने के लिए उसके गांव पहुंचा. जहां कुणाल ने 3100 रुपये की आर्थिक सहायता देकर पावर लिफ्टर शिखा की मदद की.
कुणाल ने बताया कि ईटीवी भारत की खबर देखने के बाद उसे पता चला कि जिले की खिलाड़ी शिखा को मदद की जरूरत है. तब अपनी पॉकेट मनी से इकट्ठे किए हुए पैसे गिने और खिलाड़ी की मदद के लिए उसके गांव पहुंच गया. कुणाल की इच्छा है कि वह इसी तरह से खिलाड़ियों की मदद करता रहे. साथ ही कुणाल ने सरकार से अपील की है कि आर्थिक तंगी की वजह से आगे नहीं बढ़ने वाले खिलाड़ियों की मदद की जाए. कुणाल ने बताया कि यह प्रेरणा उसे अपनी मां से मिली है.
शिखा ने कहा कि कुणाल की मदद से उसे किट लेने में बहुत मदद मिलेगी और इससे वह और ज्यादा मेहनत कर सकेगी. वहीं शिखा की भाभी गीता ने बताया कि आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के कारण शिखा को किट दिलाना मुश्किल हो रहा था. लेकिन कुणाल की मदद से शिखा अपना सपना पूरा कर सकेगी .
गौरतलब है कि गरीब परिवार की बेटी शिखा ने नेशनल स्तर पर पावर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में गोल्ड सहित अब तक 17 मेडल प्राप्त किए हैं. 435 किलोग्राम वजन उठाकर अपने जिले श्रीगंगानगर का नाम रोशन किया है. इसके बावजूद भी वह सरकार की ओर से मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. लेकिन पावर लिफ्टर खिलाड़ी शिखा परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के बावजूद भी खेलने में लगी हुई है.