श्रीगंगानगर. जिला अस्पताल में गुरुवार को एक अजीब मामला सामने आया. दो मृतक महिलाओं के शव की अदला-बदली हो गई. शव बदल जाने की खबर लगते ही डॉक्टरों में हड़कंप मच गया. मोर्चरी में महिला का शव गायब देखकर जूरिस्ट डॉक्टरों के होश उड़ गए. वहीं मृतक महिलाओं के परिजनों ने भी हंगामा खड़ा कर दिया. सूचना मिलने पर पीएमओ डॉ. केशव कामरा, वरिष्ठ डॉक्टर नवरत्न, डॉक्टर सुरेंद्र मोहन बत्रा सहित कई डॉक्टर मोर्चरी में पहुंच गए. अस्पताल की मोर्चरी में शव बदलने की घटना के बाद अस्पताल प्रशासन ने गलती में सुधार करते हुए दोनों पक्षों को शांत कर दोनों के शव उनके परिजनों को दे दिए.
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पीएमओ ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. कोरोना संदिग्ध वार्ड में भर्ती दो महिलाओं की मौत हो गई थी. इनमें एक महिला निकटवर्ती नीमावाली गांव की तथा दूसरी महिला सूरतगढ़ के नजदीक बिरमाना गांव की थी. उनके शवों को डॉक्टरों ने अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया था. मृतक बिरमाना निवासी महिला कोरोना पोजिटिव थी जबकि दूसरी महिला की रिपोर्ट नहीं आई थी.
गुरुवार सुबह बिरमाना निवासी मृतक महिला के परिजन अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने शव को बिना जांच किए ही उनके सुपुर्द कर दिया. जबकि यह शव इन परिजनों का नहीं था, जो शव को लेकर गए थे. यह शव मृतक निम्मावाली निवासी महिला का था. बाद में जब निम्मावाली के लोग मृतक महिला का शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में लेने पहुंचे तो उनका शव मोर्चरी में नहीं था.
इसकी सूचना जूरिस्ट और पीएमओ को दी गई तो उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लिया और तुरंत जांच के आदेश दिए. जांच में पता चला कि इनके परिवार की महिला का शव बिरमाना के लोग भूलवंश ले गए. उसके बाद अस्पताल प्रशासन ने फोन कर शव को वापस मंगवाया. बाद में शव की शिनाख्त कर दोनों के शव उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिए गए. सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पीएमओ डॉ. केशव कामरा ने बताया कि महिलाओं के शव बदल जाने का मामला संदिग्ध है, इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं.