सीकर. जिला परिषद में भारतीय जनता पार्टी के 4 उम्मीदवारों के नामांकन खारिज होने के मामले में पार्टी ने कांग्रेस पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. पार्टी का कहना है कि सत्ता के दुरुपयोग में ही उनके नामांकन खारिज हुए हैं, जबकि उन्हें सुनवाई का अधिकार ही नहीं दिया गया.
इस मामले को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष इंदिरा चौधरी और पार्टी के पंचायत चुनाव के संयोजक प्रेम सिंह बाजोर सहित सभी बड़े नेताओं ने सीकर में प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता में पार्टी नेताओं ने कहा कि उनके चार उम्मीदवारों के नामांकन खारिज किए गए हैं, जबकि जो नामांकन फॉर्म के साथ चेक लिस्ट लगाई गई थी. उसमें कहीं भी यह नहीं लिखा हुआ था कि मुकदमे दर्ज होने वाला व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता.
उसमें केवल दोष सिद्धि का लिखा हुआ था. जबकि हमारे दो उम्मीदवारों के नामांकन केवल इसी आधार पर खारिज कर दिए कि उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज थे. इसके साथ ही साथ जिनके नामांकन फार्म में कमी थी. उन्हें सुनवाई का मौका तक नहीं दिया गया और बेवजह नामांकन खारिज कर दिया गया.
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पार्टी के जिला संयोजक प्रेम सिंह बाजोर ने कहा कि हर बार शाम 5:00 बजे प्रत्याशियों की सूची चस्पा कर दी जाती है, लेकिन रात को 8:00 बजे तक जिला निर्वाचन अधिकारी ने उन लोगों की सूची जारी नहीं कि जिनके नामांकन खारिज हुए हैं. इसके अलावा नीमकाथाना के विधायक ने शाम को 6:00 बजे ही एक प्रत्याशी जो कांग्रेस का निर्विरोध निर्वाचित हुआ. उसको बधाई देते हुए फोटो पोस्ट कर दी थी. इससे यह साफ है कि सब कुछ कांग्रेस के इशारे पर हुआ है, लेकिन अभी भी भारतीय जनता पार्टी सीकर जिला परिषद में बोर्ड बनाएगी.