सीकर. नगर परिषद के मौजूदा बोर्ड के कार्यकाल की आखिरी साधारण सभा की बैठक सोमवार को आयोजित की गई. सभा की खास बात यह रही कि यह मौजूदा कार्यकाल की आखिरी बैठक थी और वहीं नगर परिषद के नए भवन में पहली बैठक थी. बैठक में टूटी सड़कों और सफाई के मुद्दे सहित विभिन्न मुद्दों पर पार्षदों ने सत्तापक्ष को घेरने की कोशिश की. साथ ही इन मुद्दों पर जमकर हंगामा हुआ.
बता दें कि बैठक सभापति जीवन खान की अध्यक्षता में शुरू हुई. बैठक के पहले ही पार्षदों ने यह तय किया था कि यह मौजूदा कार्यकाल की आखिरी बैठक है, क्योंकि अगले महीने सीकर नगर परिषद के चुनाव होने है इसलिए इस बैठक में शांतिपूर्वक अपनी बात रखेंगे.
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इसके साथ-साथ पार्षदों ने यह भी तय किया था कि यह नए भवन में पहली साधारण सभा की बैठक है इसलिए बैठक ऐतिहासिक होनी चाहिए. हालांकि काफी देर तक तो बैठक संयम से चलती रही लेकिन जब टूटी सड़कों की बात हुई तो पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया. भाजपा के पार्षदों ने आरोप लगाया कि पिछले 5 साल में शहर में विकास के कोई काम नहीं हुई है.
उन्होंने कांग्रेस बोर्ड पर भेदभाव का आरोप भी लगाया है. इस पर कांग्रेस के पार्षद खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल में सीकर शहर में सड़कों की स्थिति सबसे ज्यादा सुधरी ही है और सफाई भी समय पर हुई है. इसलिए भाजपा पार्षदों को बोलने का अधिकार नहीं है. शहर में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण के मामले में भी जमकर हंगामा हुआ. नए भवन में सीकर नगर परिषद का कार्यालय 3 दिन पहले ही शिफ्ट हुआ है.