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स्पेशल: बाप रे बाप! यहां तो प्याज 'शतक' भी पार कर गया...

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Published : Nov 29, 2019, 2:59 PM IST

कोटा मंडी में प्याज की कम आवक से रेट बढ़ गए हैं. रिटेल मार्केट में प्याज 80 से 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है. दाम बढ़ने से ग्राहक परेशान हैं. व्यापारियों का कहना है, कि कम खरीदारी से वो भी नुकसान झेल रहे हैं.

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फलों पर भारी प्याज

कोटा. मंडी में प्याज 80 से लेकर 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है. मंडियों में आवक कम से प्याज के दाम बढ़ गए हैं. दरअसल अतिवृष्टि की वजह से प्याज का उत्पादन कम हुआ है, लिहाजा मंडियों में प्याज की आवक आधी से भी कम रह गई है.

फलों पर भारी प्याज...

अब थाली से गायब हो रहा प्याज...

कहावत है, कि गरीब आदमी चटनी-रोटी या प्याज रोटी से काम चला लेता है. अब उस गरीब आदमी के नसीब में ना तो चटनी रोटी रही और ना ही प्याज रोटी. प्याज के बढ़ते दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है.

यह भी पढ़ें- हाय रे प्याज! कितना रुलाएगी...कितना सताएगी, गृहणियां कह रहीं- प्याज की खुशबू निकाल लेते हैं, सूंघ लेते हैं और डालना छोड़ देते हैं

बिना प्याज ही चलाना पड़ रहा काम...

बिहार से कोटा में अपने बच्चे को कोचिंग करवाने आईं वैदेही खरे का कहना है, कि दाम ज्यादा होने की वजह से बिना प्याज के ही सब्जी खाकर खुश रहना पड़ रहा है. मार्केट में जो प्याज मिल रही है, उसमें आधी खराब भी निकल रही है, जिससे नुकसान हो रहा है. वहीं सब्जी खरीदने आए आनंद कुमार ने भी कहा, कि प्याज के दाम कम करने के लिए सरकार भी उचित कदम नहीं उठा रही है.

यह भी पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: अनार और सेब से भी महंगी हुई प्याज, आम लोगों के निकाल रही आंसू

प्याज के मुकाबले फलों के दाम...

प्याज के दाम फलों से भी ज्यादा हो गए हैं. फलों के दाम 30 से लेकर 100 रुपए किलो तक हैं. जबकि प्याज 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है.

  • फल दाम(रु/किलो)
  • एप्पल 65 से 100
  • नारंगी 40 से 50
  • अमरूद 30 से 45
  • केला 25 से 35
  • सीताफल 70 से 80
  • अनार 70 से 100

मंडी से कॉलोनी तक आते-आते दाम हो जाता है दोगुना...

थोक मंडी में किसानों से 40 से 65 रुपए प्रति किलो प्याज खरीदी जा रही है, लेकिन बिचौलिए अपना मुनाफा लेकर थोक व्यापारियों को यही प्याज 55 से 70 रुपए किलो तक बेच रहे हैं. थोक व्यापारी भी मंडी में ही इन्हें करीब 60 से 75 रुपए प्रति किलो में बेच रहे हैं. जबकि बाजार में सब्जी की दुकानों या फिर शहर की अलग-अलग सब्जी मंडियों में ये प्याज 100 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है.

यह भी पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: प्याज खाने के शौकीन लोगों को अब होटल में देना होगा EXTRA CHARGE

ऐसे बढ़ रहे हैं प्याज के भाव...

  • किसान से खरीदी 40 से 65 रु/ किलो
  • फल सब्जी मंडी में थोक व्यापारी की खरीदी 55 से 70 रु/ किलो
  • फल सब्जी मंडी में थोक व्यापारी का बेचान 60 से 75 रु/ किलो
  • सब्जी मंडी के बाहर प्याज 80 से 90 रु/ किलो
  • शहर की अलग-अलग सब्जी मंडियों में प्याज- 90 से 100 रु/ किलो
  • कॉलोनियों में सब्जी बेचने वालों के दाम 100 से 120 रु/ किलो

व्यापारी झेल रहे नुकसान...

थोक विक्रेताओं का कहना है, कि पहले वे रोज 10 कट्टे यानि करीब 500 किलो प्याज बेच देते थे, लेकिन अब रेट ज्यादा होने की वजह से 150 से 200 किलो प्याज भी नहीं बिक रहा है. व्यापारियों का ये भी कहना है, कि उन्हें प्याज की बिक्री कम होने से मुनाफा भी कम हो गया है.

कोटा. मंडी में प्याज 80 से लेकर 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है. मंडियों में आवक कम से प्याज के दाम बढ़ गए हैं. दरअसल अतिवृष्टि की वजह से प्याज का उत्पादन कम हुआ है, लिहाजा मंडियों में प्याज की आवक आधी से भी कम रह गई है.

फलों पर भारी प्याज...

अब थाली से गायब हो रहा प्याज...

कहावत है, कि गरीब आदमी चटनी-रोटी या प्याज रोटी से काम चला लेता है. अब उस गरीब आदमी के नसीब में ना तो चटनी रोटी रही और ना ही प्याज रोटी. प्याज के बढ़ते दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है.

यह भी पढ़ें- हाय रे प्याज! कितना रुलाएगी...कितना सताएगी, गृहणियां कह रहीं- प्याज की खुशबू निकाल लेते हैं, सूंघ लेते हैं और डालना छोड़ देते हैं

बिना प्याज ही चलाना पड़ रहा काम...

बिहार से कोटा में अपने बच्चे को कोचिंग करवाने आईं वैदेही खरे का कहना है, कि दाम ज्यादा होने की वजह से बिना प्याज के ही सब्जी खाकर खुश रहना पड़ रहा है. मार्केट में जो प्याज मिल रही है, उसमें आधी खराब भी निकल रही है, जिससे नुकसान हो रहा है. वहीं सब्जी खरीदने आए आनंद कुमार ने भी कहा, कि प्याज के दाम कम करने के लिए सरकार भी उचित कदम नहीं उठा रही है.

यह भी पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: अनार और सेब से भी महंगी हुई प्याज, आम लोगों के निकाल रही आंसू

प्याज के मुकाबले फलों के दाम...

प्याज के दाम फलों से भी ज्यादा हो गए हैं. फलों के दाम 30 से लेकर 100 रुपए किलो तक हैं. जबकि प्याज 120 रुपए प्रति किलो तक बिक रही है.

  • फल दाम(रु/किलो)
  • एप्पल 65 से 100
  • नारंगी 40 से 50
  • अमरूद 30 से 45
  • केला 25 से 35
  • सीताफल 70 से 80
  • अनार 70 से 100

मंडी से कॉलोनी तक आते-आते दाम हो जाता है दोगुना...

थोक मंडी में किसानों से 40 से 65 रुपए प्रति किलो प्याज खरीदी जा रही है, लेकिन बिचौलिए अपना मुनाफा लेकर थोक व्यापारियों को यही प्याज 55 से 70 रुपए किलो तक बेच रहे हैं. थोक व्यापारी भी मंडी में ही इन्हें करीब 60 से 75 रुपए प्रति किलो में बेच रहे हैं. जबकि बाजार में सब्जी की दुकानों या फिर शहर की अलग-अलग सब्जी मंडियों में ये प्याज 100 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है.

यह भी पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: प्याज खाने के शौकीन लोगों को अब होटल में देना होगा EXTRA CHARGE

ऐसे बढ़ रहे हैं प्याज के भाव...

  • किसान से खरीदी 40 से 65 रु/ किलो
  • फल सब्जी मंडी में थोक व्यापारी की खरीदी 55 से 70 रु/ किलो
  • फल सब्जी मंडी में थोक व्यापारी का बेचान 60 से 75 रु/ किलो
  • सब्जी मंडी के बाहर प्याज 80 से 90 रु/ किलो
  • शहर की अलग-अलग सब्जी मंडियों में प्याज- 90 से 100 रु/ किलो
  • कॉलोनियों में सब्जी बेचने वालों के दाम 100 से 120 रु/ किलो

व्यापारी झेल रहे नुकसान...

थोक विक्रेताओं का कहना है, कि पहले वे रोज 10 कट्टे यानि करीब 500 किलो प्याज बेच देते थे, लेकिन अब रेट ज्यादा होने की वजह से 150 से 200 किलो प्याज भी नहीं बिक रहा है. व्यापारियों का ये भी कहना है, कि उन्हें प्याज की बिक्री कम होने से मुनाफा भी कम हो गया है.

Intro:प्याज के भाव आसमान पर हैं. जो अब भाव फलों से भी ज्यादा ऊपर चले गए हैं. जहां पर रूटीन उपभोग में आने वाले फल 30 से लेकर 100 रुपए किलो तक मिल रहे हैं. जबकि प्याज के दाम रिटेल में 80 से लेकर 120 किलो तक पहुंच गए हैं. आम आदमी की रसोई से प्याज गायब हो चुका है.


Body:कोटा.
अतिवृष्टि के चलते प्याज उत्पादक किसानों को भारी नुकसान हुआ है. जिसके चलते उत्पादन कम हो गया है और प्याज की आवक मंडियों में आधी से भी कम रह गई है. जिसके चलते प्याज के भाव आसमान पर हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि प्याज के भाव फलों से भी ज्यादा ऊपर चले गए हैं. जहां पर रूटीन उपभोग में आने वाले फल 30 से लेकर 100 रुपए किलो तक मिल रहे हैं. जबकि प्याज के दाम रिटेल में 80 से लेकर 120 किलो तक पहुंच गए हैं. आम आदमी की रसोई से प्याज गायब हो चुका है और वह दूर की कौड़ी आम आदमी को लगने लगा है. कहावत कही जाती थी कि गरीब आदमी चटनी रोटी या प्याज रोटी खा लेता है. अब उस गरीब आदमी के नसीब में ना तो चटनी रोटी रही है ना प्याज रोटी खाना रहा है. उससे सस्ता वह फ्रूट्स खा सकता है. कौशल्या मीणा कहती है कि प्याज जरूरत की चीज है, ऐसे में उसके दाम कम होने चाहिए. जबकि फुल बाजार में सस्ते मिल रहे हैं, लेकिन प्याज के दाम फलों से भी दुगने हैं. एयरपोर्ट के सामने मेन रोड पर फलों की दुकान लगाने वाले सुनील राठौर का कहना है कि अधिकांश फल 100 रुपए किलो की रेंज में है. इनमें एप्पल, अनार, सीताफल, अमरुद, नारंगी और केला शामिल है.

मंडी से कॉलोनी में पहुंचते हो जाते हैं दुगने दाम
थोक मंडी में किसानों से 40 से 65 रुपए किलो के दाम पर प्याज की फसल खरीदी जा रही है. इसके बाद मंडी के आढ़तिए अपना मुनाफा लेकर 55 से 70 रुपए किलो तक इन्हें थोक व्यापारियों को बेच रहे हैं. थोक व्यापारी भी मंडी में ही इनको करीब 60 से 75 रुपए के भाव में बेच रहे हैं. जबकि बाजार में खुली सब्जी की दुकानों या फिर शहर की अलग अलग सब्जी मंडियों में यह 100 रुपए किलो मिल रहा है. वही कॉलोनियों में जो सब्जी बेचने वाले जाते हैं, वह प्याज के 120 रुपए किलो तक ले रहे हैं. इंद्र विहार निवासी वेदिका शर्मा का कहना है कि फलों से महंगी सब्जी हो गई है. प्याज हम 120 रुपए किलो खरीद रहे हैं. जबकि इससे सस्ते एप्पल हमें मिल रहे हैं. उनका कहना है कि मंडी में सस्ता मिल सकता है, लेकिन वहां भी 10-20 रुपए ही कम होंगे.

महंगा होने के चलते लोग भी नहीं खरीद रहे
व्यापारी आसिफ का कहना है कि वह पहले रोज 10 कट्टे माल बेच देते थे, अब केवल 2 से 3 कट्टे ही बेच पाते हैं. पहले लोग जहां 10 से 20 किलो प्याज थोक में ले जाते थे. अब वे 2 से 3 किलो ही खरीदते हैं. मार्केट में बहुत ज्यादा है. ऐसे में वहां तो इसकी खरीददारी भी कम हो रही है.


व्यापारियों ने कहा हमें भी हो रहा नुकसान
कोटा की फल सब्जी मंडी में थोक विक्रेताओं का कहना है कि वे जहां पर रोज 10 कट्टे यानी करीब 500 किलो प्याज बेच देते थे, आज हालात ऐसे हैं कि भाव ज्यादा होने के चलते 150 से 200 किलो प्याज भी रोज नहीं बिक रहा है. थोक व्यापारियों का कहना है कि उन्हें तीन से चार रुपए का फायदा प्याज पर मिलता है, लेकिन प्याज की बिक्री कम होने के चलते उनका कुल मुनाफा कम रह गया है. व्यापारी जमील अहमद का कहना है कि आवक कम हो गई है. इसके कारण दाम बढ़े हुए हैं. पहले जहां मंडी में दो से ढाई हजार कट्टे पर आ जाते थे. अब वह 500 से 700 ही रह गए हैं. इसी तरह से दूसरे व्यापारी राकेश कुमार आकोदिया ने कहा कि मंडी में प्याज नहीं होने से बिक्री कम हो गई है और उन्हें रोजाना प्याज बेचने के बाद मिलने वाला कुल मुनाफा कम हो गया है.

बिना प्याज के ही सब्जी खाकर खुश रहना पड़ रहा है
बिहार से कोटा में अपने बच्चे को कोचिंग करवाने आई वैदेही खरे से सब्जी मंडी में ईटीवी भारत में बात की तो उन्होंने कहा कि प्याज इतने महंगे हो गए हैं कि बिना प्याज के ही सब्जी खाकर खुश रहना पड़ रहा है, जो नई प्याज आ रही है. उनमें भी आधी खराब निकलती है और दाम उतना ही है. पूरा किचन का बजट बिगड़ा हुआ है. किसी तरह से आनंद कुमार ने भी कहा कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी प्याज के दामों को कम करने का उचित कदम नहीं उठा पाए हैं. उन्होंने कहा कि वह 100 रुपए किलो प्याज खरीद कर लेकर आए हैं. जबकि थोक में 80 रुपए किलो मिल रहा है.


Conclusion:बाजार में इस दाम मिल रहे हैं फ्रूट
फल - दाम (रुपए किलो)
एप्पल -- 65 से 100
नारंगी -- 40 से 50
अमरूद-- 30 से 45
केला -- 25 से 35
सीताफल -- 70 से 80
अनार -- 70 से 100
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ऐसे बढ़ रहे हैं प्याज के भाव
जगह - दाम (रुपए किलो)
किसान से खरीद -- 40 से 65
फल सब्जी मंडी में थोक व्यापारी की खरीद -- 55 से 70
फल सब्जी मंडी में थोक व्यापारी का बेचान -- 60 से 75
सब्जी मंडी के बाहर प्याज -- 80 से 90
शहर की अलग अलग सब्जी मंडियों में प्याज -- 90 से 100
कॉलोनियों में सब्जी बेचने वालों -- 100 से 120



बाइट का क्रम
बाइट-- कौशल्या मीणा, ग्रहणी
बाइट-- सुनील राठौर, फल व्यापारी
बाइट-- वेदिका शर्मा, ग्रहणी
बाइट-- वैदेही खरे, ग्रहणी
बाइट-- आनंद कुमार, खरीददार
बाइट-- जमील अहमद, प्याज थोक व्यापारी
बाइट-- राकेश कुमार अकोदिया, प्याज थोक व्यापारी
बाइट-- आसिफ, प्याज थोक व्यापारी
पीटीसी-- मनीष गौतम, संवाददाता कोटा
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