कोटा. कैथून थाना इलाके में खेड़ा माइनर के नजदीक एक निर्दयी माता-पिता अपने 1 दिन के नवजात शिशु को नहर किनारे छोड़ कर चले गए. हालांकि गनीमत रही की नहर में पानी नहीं चल रहा था. सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चे को कैथून अस्पताल (Government Hospital Kaithoon) में भर्ती करवाया. प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को कोटा के जेके लोन अस्पताल रेफर कर दिया गया.
कैथून थाना अधिकारी महेंद्र मारु ने बताया कि उन्हें सोमवार शाम करीब 5:30 बजे सूचना मिली थी कि खेड़ा माइनर में एक नवजात लावारिस अवस्था में नहर किनारे पड़ा हुआ है. जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचकर उन्होंने नवजात को वहां से उठाया और कैथून अस्पताल में भर्ती करवाया. शिशु बिल्कुल नग्न अवस्था में था और सर्दी ज्यादा होने के चलते नवजात कंपकंपा रहा था.
पढ़ें. Honey Trap In Jaipur: अधेड़ को बनाया शिकार, ब्लैकमेल कर मांगे 50 लाख
प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को कोटा के जेके लोन अस्पताल (Kota JK Lone) में भर्ती करवाया गया. साथ ही बाल कल्याण समिति को भी इस संबंध में रिपोर्ट दी गई. जिसके बाद बच्चे को उन्हें सुपुर्द कर दिया गया है. फिलहाल बाल कल्याण समिति बच्चे का उपचार करवा रही है. बच्चे को लावारिस हालत में छोड़ने वाले माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस का कहना है कि संभवत नवजात की डिलीवरी किसी अस्पताल में ही हुई है. क्योंकि उसकी गर्भनाल अभी भी उसके साथ ही है और उस पर क्लिप भी लगा हुआ है. इस संबंध में पूरी पड़ताल की जा रही है.
बाल कल्याण समिति ने नवजात को शिशु गृह भिजवाने के दिए आदेश और बच्चे का किया नामकरण
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कनीज फातिमा ने बताया कि नवजात के संबंध में पुलिस ने उन्हें सूचना दी थी. इसके बाद नवजात को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवा दिया था. आज उसे देखने के लिए भी हम पहुंचे थे. साथ ही पुलिस से बच्चे की सुपुर्दगी ली गई है. इसके बाद नवजात को शिशु गृह में भिजवाने के आदेश दिए हैं. हालांकि शिशु की हालत नाजुक बनी हुई है. कम वजन होने के साथ बच्चे को सीरियस इंफेक्शन भी है. ऐसे में उसका उपचार जेके लोन में ही करवाया जा रहा है. जबकि उसे श्री करणी नगर विकास समिति के शिशु गृह को सुपुर्द किया गया है. इसके साथ ही बाल कल्याण समिति के सदस्य मधु शर्मा ने बच्चे का नामकरण करते हुए संयम नाम दिया है.