कोटा. नाबालिग छात्रा का हत्यारा ट्यूशन टीचर (Minor Girl Murder Case In Kota) अभी तक पुलिस की गिरफ्तार से बाहर है. लोगों में टीचर की गिरफ्तारी नहीं होने से गुस्सा दिख रहा है. इसी को देखते हुए आज कोटा बंद बुलाया गया है. कोटा बंद को सैकड़ों संस्थाओं ने समर्थन किया है. शांतिपूर्ण तरीके से व्यापारियों ने स्वयं ही प्रतिष्ठान बंद रखे हुए हैं. निजी स्कूल और कॉलेजों ने भी समर्थन दिया है. ऐसे में स्कूल पहुंच रहे बच्चों को वापस लौटा दिया गया. अधिकांश बच्चों के परिजनों को पहले ही संदेश भेज दिया गया था. हालांकि सरकारी विद्यालय खुले हुए हैं, लेकिन वहां भी उपस्थिति ना के बराबर है.
श्रद्धांजलि की गई अर्पित : कोटा व्यापार महासंघ ने बंद के आह्वान के बाद में शहर में शॉपिंग सेंटर पर एक श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए लोगों को एकत्रित किया. जिसमें कांग्रेस और भाजपा के सभी नेता शामिल है. इन नेताओं ने बालिका को श्रद्धांजलि दी. इसके साथ ही 2 मिनट का मौन रखा गया. इसके बाद शहर भर में अलग-अलग इलाकों में उनकी टोलियां बंद करवाने के लिए निकल गई. हालांकि व्यापारियों ने स्वेच्छा से ही बंद रखा हुआ है. मार्केट में सन्नाटा छाया हुआ है. इस बन्द को भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने भी समर्थन दिया है. इसके अलावा वामदलों की यूनियनों ने भी बंद में सहयोग किया है.
सीबीआई जांच की मांग की : बंद को लेकर ही रामपुरा कोतवाली के बाहर भी कुछ व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने धरना दिया है. इन लोगों का कहना है कि पहले भी इस तरह के जघन्य हत्याकांड कोटा में हुए हैं, लेकिन आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. यहां तक कि रुद्राक्ष किडनैपिंग और हत्याकांड कोटा में हुआ था. उस मामले में भी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को पकड़ा था, लेकिन इस मामले में 6 दिन गुजर जाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ है. ऐसे में इन लोगों ने सीबीआई जांच की मांग भी कर दी है.
200 करोड़ का व्यापार हुआ प्रभावित : व्यापार महासंघ के आह्वान पर बुलाए गए बंद में कोटा शहर की करीब 20 हजार दुकानें बंद रही. वही सुबह 11 बजे तक 100 से ज्यादा पेट्रोल पंप भी स्वेच्छा से बंद रहे. कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन का कहना है कि कोटा के व्यापार महासंघ से 150 व्यापारिक संगठन जुड़े हुए हैं. जिनमें प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से करीब एक लाख लोग रोजगार ले रहे हैं. आज बंद को देखते हुए सबने स्वैच्छिक बंद रखा है. इसका व्यापारियों को धन्यवाद भी महासंघ ने दिया है. साथ ही उनका कहना है कि करीब 200 करोड़ का व्यापार इससे प्रभावित रहा है.
बता दें कि रामपुरा कोतवाली इलाके में नाबालिग बालिका की हत्या ट्यूशन टीचर गौरव जैन ने की थी. जिसके बाद गौरव जैन 6 दिनों से लगातार फरार है. पुलिस उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है. इसी के विरोध में आज कोटा में व्यापार महासंघ ने बंद का आह्वान (Kota Kraders Closed The City) किया है. जिसे सैकड़ों संगठनों ने समर्थन किया है. सुबह से ही स्कूलों में अवकाश कर दिया गया है. केवल टीचर ही स्कूल में मौजूद है.
हालांकि सरकारी स्कूल बंद में शामिल नहीं है. केवल इमरजेंसी सेवाएं चालू रखी गई है. बाकी सब कुछ पूरी तरह बंद है. नाबालिग की हत्या से कोटा शहर के आम लोगों में गुस्सा बना हुआ है. ऐसे में पुलिस के सामने आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार (Kota Crime News) करने की चुनौती बन गई है.