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MP के वन विभाग ने राजस्थान बॉर्डर पर खुदाई कर किसानों की फसलें और पेड़ों को किया नष्ट, किसानों ने मुआवजे की लगाई गुहार - किसानों की फसलें नष्ट

किसानों ने ज्ञापन में बताया कि नुरपुरा पटवार हल्का मदनपुरा रामगंजमण्डी राजस्थान की सीमा में स्थित है. वहीं मध्य प्रदेश की सीमा लगी हुई है और दोनों प्रदेश की बॉर्डर पर कई किसानों की भूमि है, जहां वे खेती का कार्य करते हैं.

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Published : Nov 22, 2019, 9:04 AM IST

Updated : Nov 22, 2019, 9:16 AM IST

रामगंजमण्डी (कोटा). रामगंजमंडी उपखंड के नुरपुरा और मदनपुरा गांव के किसानों ने आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि नुरपुरा और मदनपुरा गांव, जो मध्य प्रदेश की सीमा से सटे हुए हैं. ऐसे में यहां के वन विभाग ने बिना सीमा की जानकारी किए किसानों की फसलें, सागवान और नीम के पेड़ को नष्ट हुए हैं.

मध्यप्रदेश वन विभाग ने राजस्थान बॉर्डर में की खुदाई

आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना देकर काम को रुकवाया. वहीं उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर दोनों राज्य के पटवारियों द्वारा राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा ज्ञान करवा कर हुए नुकसान के मुआवजे की मांग की. वहीं किसानों ने ज्ञापन में बताया कि नुरपुरा पतवार, हल्का मदनपुरा रामगंजमण्डी राजस्थान की सीमा में स्थित है. वहीं मध्य प्रदेश की सीमा लगी हुई है और दोनों प्रदेश की बॉर्डर पर कई किसानों की भूमि है, जिनमें वह खेती का कार्य करते हैं.

यह भी पढ़ें- स्पेशल: अब किसानों को Transformer जलने पर देना होगा मरम्मत का खर्च

किसान रणजीत गुर्जर ने बताया कि हमारी जमीनों के समीप मध्य प्रदेश सीमा वन विभाग डिप्टी रेंजर भगवान लाल परिहार व नरेंद्र मालवी, ब्रजमोहन शर्मा फ़ॉरेस्ट गार्ड द्वारा दादागिरी करते हुए मध्यप्रदेश सीमा बताकर खेतो में जेसीबी मशीन चलाकर फसलें और कई छायादार पेड़ों को नष्ट कर दिया. वहीं रिछड़िया पूर्व सरपंच राधेश्याम ने बताया कि बॉर्डर पर पहले सीमा ज्ञान करवा कर मध्यप्रदेश वन विभाग को काम करना चाहिए था. कई किसानों की फसल को नुकसान और पेड़ों की कटाई के लिये प्रशासन को उक्त कदम उठाकर दोषियों पर कार्रवाई और किसानों के नुकसान की भरपाई करवाई जाए.

यह भी पढ़ें- जोधपुर में Cliff Divers World Series का हुआ समापन, Duke ने 20 मीटर की ऊंचाई से लगाई छलांग

वहीं महिला किसान लटूरी बाई ने बताया कि साल 2014 में उसने खेत पर सागवान के पौधे खरीद कर लगाए थे. लेकिन मध्य प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों ने 5 पेड़ों को कटवा दिया. वहीं खेतो में भी खुदाई कर दी.

रामगंजमण्डी (कोटा). रामगंजमंडी उपखंड के नुरपुरा और मदनपुरा गांव के किसानों ने आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि नुरपुरा और मदनपुरा गांव, जो मध्य प्रदेश की सीमा से सटे हुए हैं. ऐसे में यहां के वन विभाग ने बिना सीमा की जानकारी किए किसानों की फसलें, सागवान और नीम के पेड़ को नष्ट हुए हैं.

मध्यप्रदेश वन विभाग ने राजस्थान बॉर्डर में की खुदाई

आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना देकर काम को रुकवाया. वहीं उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर दोनों राज्य के पटवारियों द्वारा राजस्थान और मध्य प्रदेश की सीमा ज्ञान करवा कर हुए नुकसान के मुआवजे की मांग की. वहीं किसानों ने ज्ञापन में बताया कि नुरपुरा पतवार, हल्का मदनपुरा रामगंजमण्डी राजस्थान की सीमा में स्थित है. वहीं मध्य प्रदेश की सीमा लगी हुई है और दोनों प्रदेश की बॉर्डर पर कई किसानों की भूमि है, जिनमें वह खेती का कार्य करते हैं.

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किसान रणजीत गुर्जर ने बताया कि हमारी जमीनों के समीप मध्य प्रदेश सीमा वन विभाग डिप्टी रेंजर भगवान लाल परिहार व नरेंद्र मालवी, ब्रजमोहन शर्मा फ़ॉरेस्ट गार्ड द्वारा दादागिरी करते हुए मध्यप्रदेश सीमा बताकर खेतो में जेसीबी मशीन चलाकर फसलें और कई छायादार पेड़ों को नष्ट कर दिया. वहीं रिछड़िया पूर्व सरपंच राधेश्याम ने बताया कि बॉर्डर पर पहले सीमा ज्ञान करवा कर मध्यप्रदेश वन विभाग को काम करना चाहिए था. कई किसानों की फसल को नुकसान और पेड़ों की कटाई के लिये प्रशासन को उक्त कदम उठाकर दोषियों पर कार्रवाई और किसानों के नुकसान की भरपाई करवाई जाए.

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वहीं महिला किसान लटूरी बाई ने बताया कि साल 2014 में उसने खेत पर सागवान के पौधे खरीद कर लगाए थे. लेकिन मध्य प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों ने 5 पेड़ों को कटवा दिया. वहीं खेतो में भी खुदाई कर दी.

Intro:रामगंजमण्डी/कोटा
उपखण्ड के नुरपुरा व मदनपुरा गांव राजस्थान सीमा समीप मध्यप्रदेश सीमा वन विभाग द्वारा बिना सीमा ज्ञान के कई किसानों की फसलो व सागवान, नीम के पेड़ को नष्ठ करने का आरोप।Body:रामगंजमण्डी/कोटा
उपखण्ड के नुरपुरा व मदनपुरा गांव राजस्थान सीमा समीप मध्यप्रदेश सीमा वन विभाग द्वारा बिना सीमा ज्ञान के कई किसानों की फसलो व सागवान, नीम के पेड़ को नष्ठ कर दिया ।आक्रोश ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना देकर काम तो रुकवा दिया लेकिन किसानों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन देकर हुए नुकसान पर दोनों राज्य के पटवारियों द्वारा राजस्थान व मध्यप्रदेश की सीमा ज्ञान करवा कर हुए नुकसान के मुवावजे की मांग की। वही किसानों ने ज्ञापन में बताया कि नुरपुरा पतवार हल्का मदनपुरा रामगंजमण्डी राजस्थान की सीमा में स्थित है । वही मध्यप्रदेश की सीमा लगी हुई है दोनों प्रदेश की बॉर्डर पर कई किसानों की भूमि है जिनमे वह खेती का कार्य करते है ।किसान रणजीत गुर्जर ने बताया कि हमारी जमीनों के समीप मध्यप्रदेश सीमा वन विभाग डिप्टी रेंजर भगवान लाल परिहार व नरेंद्र मालवी,ब्रजमोहन शर्मा फ़ॉरेस्ट गार्ड द्वारा दादागिरी करते हुए मध्यप्रदेश सीमा बताकर खेतो में जेसीबी मशीन चलाकर फसले व कई छायादार पेड़ो को नष्ठ कर दिया । वही रिछड़िया पूर्व सरपंच राध्येश्याम ने बताया कि बॉर्डर पर पहले सीमा ज्ञान करवा कर मध्यप्रदेश वन विभाग को काम करना चाहिए था कई किसानों की फसल को नुकसान व पेड़ो की कटाई के लिये प्रशासन को उक्त कदम उठा कर दोषियों पर कार्यवाही व किसानों के नुकसान की भर पाई करवाई जाए। वही महिला किसान लटूरीबाई ने बताया कि सन 2014 में मैने मेरे खेत पर सागवान के पौधे खरीद कर लगाये थे लेकिन मध्यप्रदेश वन विभाग के अधिकारियों द्वारा 5 पेड़ो को कटवा दिया गया। वही खेतो में भी खुदाई कर दी । Conclusion:दोनों राज्यो की बॉर्डर मध्यप्रदेश वन विभाग अधिकारियों ने खुदाई कर किसानों की फसलो का किया नुकसान व कई पेड़ो को किया नष्ट ।आक्रोश किसानों ने दोनों राज्यो की बॉर्डर की सीमा ज्ञान करवा नुकसान की भरपाई की मांग की ।उपखण्ड अधिकारी करवाएंगे बॉर्डर की सीमा ज्ञान।
बाईट- पीड़ित किसान रणजीत गुर्जर
बाईट-पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत रिछड़िया राध्येश्याम
Last Updated : Nov 22, 2019, 9:16 AM IST
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