कोटा. इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन (JEE MAIN 2022) के जुलाई सेशन की सोमवार से शुरुआत हुई है. पहले दिन बीटेक व बीई कोर्सेज में प्रवेश के लिए कोटा के पांच सेंटरों पर परीक्षा का आयोजन हुआ. जिसमें गुरुकुल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रानपुर में दो, वेदांत कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी जाखमुंड बूंदी व परीक्षा डेस्क इंद्रप्रस्थ इंडस्ट्रियल एरिया के तीन केंद्र शामिल हैं.
कोटा एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि दोनों ही शिफ्टों के प्रश्न पत्र जून सेशन की तरह ट्रेडिशनल ही रहे. विद्यार्थियों ने फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथमेटिक्स विषयों के प्रश्नों से संबंधित दी गई जानकारी के अनुसार शिफ्ट 2 का पेपर पहले से थोड़ा कठिन था. सुबह की शिफ्ट में इन-ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के प्रश्नों के विद्यार्थियों को उलझाया, जबकि फिजिक्स और मैथमेटिक्स विषय के प्रश्नपत्र परंपरागत रहे. कुछ प्रश्नों को छोड़ दिया जाए तो फिजिक्स व केमिस्ट्री के प्रश्न फैक्ट्स व फार्मूला बेस्ड रहे.
जेईई मेन के प्रश्न पत्र में 90 प्रश्न पूछे गए, जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स विषय से 30 प्रश्न थे. जिनमें 20 प्रश्न वस्तुनिष्ठ और 10 प्रश्न न्यूमैरिक रेस्पांस के थे. न्यूमैरिक रेस्पांस टाइप के 10 प्रश्नों में से कोई 5 प्रश्न हल करने थे. प्रश्न सही करने पर चार अंक विद्यार्थियों को मिलेंगे. वहीं, गलत उत्तर देने पर एक अंक माइनस मार्किंग का काटा जाएगा.
लगातार समान टॉपिक्स से पूछे जा रहे हैं प्रश्न: कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि शिफ्ट 2 में फिजिक्स विषय में 'मेटल डिटेक्टर' की कार्य पद्धति पर पूछा गया प्रश्न चर्चा का विषय बना रहा. जेईई मेन के क्वेश्चन पेपर्स 'टाइप्ड-क्वेश्चंस' पूछे जाने के कारण प्रिडिक्टेबल हो चुके हैं. फिजिक्स व केमिस्ट्री विषय में लगातार समान टॉपिक्स से सामान तरीके के प्रश्न पूछे जा रहे हैं.
मॉडर्न-फिजिक्स में डुअल नेचर, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स, फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट, एटॉमिक स्ट्रक्चर व सेमीकंडक्टर फिजिक्स समान तरीके के प्रश्न लगातार पूछे जा रहे हैं. केमिस्ट्री में पॉलीमर्स, केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ, सरफेस केमिस्ट्री व बायोमॉलिक्यूल से भी एक ही जैसे प्रश्न पूछे जा रहे हैं. देव शर्मा ने बताया कि परीक्षा दे चुके विद्यार्थियों का कहना था कि पहले दिन परीक्षा में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थी आने वाले दिनों में परीक्षा में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों के तुलना में घाटे में रहेंगे.
जैमर और सीसीटीवी की रही मॉनिटरिंग: कोटा के 5 सेंटरों पर 2520 स्टूडेंट्स परीक्षा के लिए शामिल होने थे, हालांकि केवल 2383 स्टूडेंट ही परीक्षा देने पहुंचे. परीक्षा को लेकर काफी सावधानी बरती गई थी. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के कोटा सिटी कोऑर्डिनेटर डॉ. प्रदीप सिंह गौड़ ने बताया कि हर 100 बच्चों पर ऑब्जर्वर और डिप्टी ऑब्जर्वर लगाए गए थे. ऐसे में कोटा में पांच-पांच ऑब्जर्वर और डिप्टी ऑब्जर्वर थे. इसके अलावा जैमर और सीसीटीवी कैमरे भी सेंटरों पर स्थापित किए गए थे. जिनकी दिल्ली से सीधी मॉनिटरिंग हो रही थी.
सभी सेंटरों पर दो फ्लाइंग भी मौजूद थी. जिनमें से 1 फ्लाइंग का काम डाटा अपलोडिंग था. इसमें आईटी से जुड़े एक्सपोर्ट शामिल थे, जिसमें बायोमेट्रिक कंप्यूटर सिस्टम इंटरनेट से जुड़ी शिकायत आने पर उन्हें सही करना था. बच्चों की पूरी तरह से बायोमेट्रिक अटेंडेंस के बाद प्रवेश दिया गया है. सिटी कोऑर्डिनेटर गौड़ का कहना है कि किसी तरह की कोई शिकायत किसी भी सेंटर से नहीं आई है. परीक्षा पूरी तरह से दोनों शिफ्ट में शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुई है. पूरी तरह से शेड्यूल्ड कार्यक्रम रहा है.
फिजिक्स : मैकेनिक्स, मॉडर्न फिजिक्स व इलेक्ट्रोडायनेमिक्स से पूछें गए प्रश्न
दोनों शिफ्ट के प्रश्न पत्र में मैकेनिक्स, मॉडर्न फिजिक्स व इलेक्ट्रोडायनेमिक्स से काफी प्रश्न पूछे गए. मैकेनिक्स में वर्क पावर, एनर्जी और सर्कुलर मोशन में वर्क एवं डिस्प्लेसमेंट कैलकुलेशन पर स्तरीय प्रश्न पूछे गए. करंट इलेक्ट्रिसिटी में कांबिनेशन ऑफ रेजिस्टेंस व मॉडर्न फिजिक्स में फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट से प्रश्न पूछा गया. इसके अलावा इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स, फोटोइलेक्ट्रिक इफेक्ट व एटॉमिक स्ट्रक्चर से जून सेशन में भी प्रश्न पूछे गए थे. वहीं जुलाई में पहले दिन की दोनों शिफ्टों में भी प्रश्न पूछे गए.
केमिस्ट्री: केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ, पॉलीमर्स व केमिकल बॉन्डिंग से प्रश्न
देव शर्मा ने बताया कि परीक्षार्थियों से चर्चा करने पर ज्ञात हुआ कि इन-ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ, पॉलीमर्स व केमिकल बॉन्डिंग से स्तरीय प्रश्न पूछे गए. पॉलीमर्स में 'मेलामाइन' पर जून-सेशन में भी प्रश्न पूछे गए थे. जुलाई सेशन में प्रथम दिन पहली शिफ्ट में भी 'मेलामाइन' पर प्रश्न पूछा गया. वर्किंग मेकैनिज्म ड्रग्स से संबंधित स्तरीय प्रश्न ने विद्यार्थियों को उलझाया. फिजिकल केमिस्ट्री में आयनिक इक्विलिब्रियम, इलेक्ट्रो केमिस्ट्री, केमिकल काइनेटिक्स व मोल-कंसेप्ट से परंपरागत प्रश्न पूछे गए. ऑर्गेनिक केमिस्ट्री से संबंधित प्रश्नों के बारे में विद्यार्थी विस्तार से नहीं बता पाए.
मैथमेटिक्स: अलजेब्रा, कैलकुलस, कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री व वेक्टर 3डी से सवाल
विद्यार्थियों के अनुसार गणित के प्रश्नपत्र पूरी तरह परंपरागत रहा. मैथमेटिक्स के प्रश्न पत्र में कंपलेक्स नंबर, क्वाड्रेटिक इक्वेशंस, प्रोग्रेशंस से सामान्य प्रश्न पूछे गए. इसके साथ अलजेब्रा, कैलकुलस, कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री व वेक्टर 3डी सभी भागों से प्रश्न पूछे गए.