कोटा. बारां के पूर्व कलेक्टर आईएएस इंद्र सिंह राव को जयपुर की एसीबी टीम ने गुरुवार को न्यायालय में पेश किया था. कोर्ट ने यहां से इंद्र सिंह राव को एक दिन के पीसी रिमांड पर भेजा था. शुक्रवार को पीसी रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद एसीबी के अधिकारी उन्हें जिला एवं सेशन न्यायाधीश योगेंद्र कुमार पुरोहित के बंगले पर लेकर पहुंचे. जहां न्यायाधीश ने इंद्र सिंह को 6 जनवरी तक जेल भेजने के आदेश दिए हैं. इसके बाद एसीबी टीम ने आईएएस इंद्र सिंह राव को कोटा सेंट्रल जेल भेज दिया है. राव का कैदी नम्बर 2446 है और उन्हें बैरक नम्बर 24 में रखा गया है.
एसीबी का अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इंटेलिजेंस जयपुर सीपी शर्मा का कहना है कि पूछताछ के बाद पूर्व कलेक्टर आईएएस इंद्र सिंह राव को न्यायधीश के निवास पर पेश किया था. जहां से राव को जेल भेजने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही बेल एप्लीकेशन को 28 दिसंबर को न्यायालय में पेश करने के निर्देश भी न्यायाधीश ने दिए हैं. सीपी शर्मा ने कहा कि प्रॉपर्टी के मुद्दे पर हमने जो पूछताछ की थी, उसमें क्लियर किया है कि कौन सी प्रॉपर्टी कब खरीदी है. अब इसका पूरा अलग रिकॉर्ड बनाया जा रहा है, जो भी संपत्ति है उससे इसका मिलान किया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि जिस फाइल को लेकर रिश्वत ली गई थी, हमने उसकी डिटेल भी ली है. आईएएस राव ने पूछताछ में बहुत ज्यादा कोऑपोरेशन नहीं किया, जिसपर हमने नार्को और 22 सैंपल लेने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने इसके लिए इनकार कर दिया है. ऐसे में हम आगे नार्को और वॉयस सैंपल के लिए एप्लीकेशन लगा सकते हैं.
नहीं मिला चांदी का सिक्का
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीपी शर्मा का कहना है कि जो चांदी का सिक्का कलेक्टरों को गिफ्ट में मिलने की बात कही जा रही थी. वह अभी तक तलाशी में नहीं मिला है. आईएएस इंद्र सिंह राव ने एसीबी को बताया है कि वह बारां में हो सकता है. ऐसे में जब भी बारां के बंगले की तलाश होगी, तो उस सिक्के को भी तलाशा जाएगा. ऐसे में तब सिक्का वहां पर प्राप्त हो सकता है.