जोधपुर. क्रिप्टोकरेंसी के लिए अपने सहपाठी के अपहरण की साजिश रचने वाले आरोपी आयुश वार्ष्णेय को पुलिस ने आज न्यायालय में पेश किया. यहां से उसे न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया. पुलिस इस मामले में अभी आयुश का साथ देने वालों की तलाश कर रही है. उनके फोन से लोकेशन ढूंढने पर काम चल रहा है. मामले के जांचअधिकारी उदयमंदिर थाने के सबइंस्पेक्टर हरिमन के अनुसार आरोपी आयुश को न्यायालय पेश किया गया था. उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश (Youth planned to kidnap friend sent to judicial custody) दिए गए हैं.
उसकी और पीड़ित से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले के अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. पुलिस इस मामले में घटना में प्रयुक्त वाहन बरामद किया है. लेकिन अन्य आरोपियों का अभी पुलिस ने खुलासा नहीं किया है.
शास्त्रीनगर निवासी हिरेन शर्मा अपने सहपाठी आयुश से मिलने उसके कमरे पर गया था. 6 जनवरी की शाम को जब वह वहां पहुंचा तो आयुश के साथ तीन चार लोग और थे जो उसे कार से जैसलमेर लेकर गए. यहां पर एक खेत में रात को सभी ने शराब पीकर उसके साथ मारपीट की और उससे क्रिप्टोकरेंसी मांगी. इसका जिक्र मजाक में ही एक बार हिरेन ने आयुश से किया था. इस दौरान बदमाशों ने हिरेन के एकाउंट खंगाले लेकिन कुछ नहीं मिला. उसे कहा गया कि घर से पांच लाख रुपए मंगवाए नहीं तो उसे और उसके मां-बाप को जान से मार दिया जाएगा. लेकिन इसके लिए उसे घर फोन नहीं करने दिया.
अलबत्ता घर से फोन आता तो सिर्फ इतनी बात करने देते कि वह सिर्फ इतना ही बोले कि वह ठीक है, लेकिन हिरेन जब घर से निकला था तो आयुश के साथ जाने का बोलकर आया था. इसलिए आयुश उसकी पिटाई देखकर घबरा गया. इस दौरान उसका एक नग्न वीडियेा भी बना लिया गया.
कहा कि अगर किसी से कुछ कहा तो यह वायरल कर दिया जाएगा. अगले दिन आरोपी सात जनवरी की शाम को सर्किट हाउस के बाहर छोड़ कर चले गए. जिसके बाद उसके परिजन उसे लेकर उदयमंदिर थाने पहुंचे और मामला दर्ज करवाया. पुलिस ने बाद में आयुश को गिरफ्तार किया लेकिन बाकी आरोपियों को लेकर अभी खुलासा नहीं हुआ है.