जयपुर. राजधानी के शिप्रापथ थाना इलाके में वीटी रोड पर मंगलवार को लगने वाली अस्थाई मंडी में सब्जी विक्रेता सुरेश उर्फ बाबू चाकूबाजी में घायल हो गया था. जिसने बुधवार सुबह दम तोड़ दिया. सब्जी विक्रेता की हत्या के पीछे चौंकाने वाला मामला सामने आया है. सब्जी मंडी में बैटरी से चलने वाली लाइट लगाने वाले सोनू उर्फ सुनील ने सुरेश से लाइट के किराए के 80 रुपए मांगे थे. लेकिन मृतक सुरेश ने 75 रुपए दिए. 5 रुपए को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया. जिसके बाद दोनों पक्षों में हुई चाकूबाजी में सुरेश बुरी तरह घायल हो गया था.
क्या है पूरा मामला
डीसीपी साउथ हरेंद्र महावर ने बताया कि सुरेश और सुनील के बीच लाइट बंद करने और 5 रुपए कम देने को लेकर झगड़ा हुआ था. जिसके बाद सुरेश के पास में ही सब्जी बेच रहे उसके भाई मोहनदास ने चाकू निकाल लिया. मोहनदास ने चाकू से लाइट लगाने वाले सुनील पर वार कर दिया. जिसके बाद सुनील के साथी रवि शर्मा और राजाराम मीणा ने भी चाकू से मोहनदास और सुरेश पर हमला कर दिया. दोनों पक्षों में हुई चाकूबाजी में सुरेश और सुनील गंभीर रूप से घायल हो गए. जिन्हें इलाज के लिए एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया. बुधवार सुबह इलाज के दौरान सुरेश की मौत हो गई.
युवाओं के सहयोग से हत्यारों को दबोचा
वीटी रोड चौराहे से न्यू सांगानेर रोड की तरफ जाने वाले मुख्य मार्ग पर यह चाकूबाजी की वारदात हुई. सब्जी खरीदने सब्जी मंडी आए हुए लोग मूक दर्शकों की तरह खड़े होकर तमाशा देखते रहे. इस दौरान एक दुकानदार ने ही पुलिस को फोन कर वारदात की सूचना दी. जिस पर शिप्रापथ थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. सुरेश और सुनील को लहूलुहान अवस्था में सड़क पर ही छोड़कर दोनों पक्षों के लोग भागने लगे.
पुलिसकर्मियों ने कुछ युवाओं के सहयोग से दोनों पक्षों के लोगों को पकड़ा. पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल चाकू बरामद कर लिया है. घटनास्थल पर काफी खून बिखरा हुआ है. पुलिस के आला अधिकारियों ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया. पुलिस ने रवि शर्मा, राजाराम मीणा, सुखदेव गोस्वामी और मोहनदास जेठानी को धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर लिया है. सुरेश की मौत के मामले में पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर रवि शर्मा, राजाराम मीणा, मोहनदास जेठानी और सुनील को मुजरिम बनाया है.