ETV Bharat / city

रेल मंत्रालय के अग्रिम आदेश तक रद्द रहेंगी रेल गाड़ियां, रेलवे यूनियन ने जताई नाराजगी

15 अगस्त के पहले उत्तर पश्चिम रेलवे में रेल गाड़ियां चलने की संभावना जताई जा रही थी. 12 अगस्त तक अधिकतर रेल गाड़ियां बंद थीं. उम्मीद थी कि रेल मंत्रालय सभी नियमित रेल गाड़ियों को चलाने का आदेश जारी करेगा. लेकिन रेल मंत्रालय ने आदेश जारी कर कहा कि अग्रिम आदेश तक रेल गाड़ियां रद्द रहेंगी.

राजस्थान की खबर  भारतीय रेल  उत्तर पश्चिम रेलवे  रेल मंत्रालय  रेल मंत्री पीयूष गोयल  नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन  jaipur news  rajasthan news  etv bharat news  indian rail  north western railway ministry of railways  railway minister piyush goyal
अग्रिम आदेश तक रद्द रहेंगी रेल गाड़ियां
author img

By

Published : Aug 12, 2020, 10:31 PM IST

जयपुर. रेल मंत्रालय ने सभी रेलवे जोनल से रेल गाड़ियां चलाने के प्रस्ताव भी लिए थे. जोनल रेलवे ने कुछ गाड़ियों के चलाने के प्रस्ताव भी दिए थे. लेकिन उस पर विचार न करके रेल मंत्रालय ने रेल गाड़ियों को चलाने के बजाए अग्रिम आदेश तक रद्द रखने का निर्णय लिया है.

नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने बताया कि इससे रेलवे के राजस्व को नुकसान हो रहा है. कोरोना संक्रमण के समय बंद रेल गाड़ियों को नुकसान में बताना उचित नहीं होगा. जब रेल गाड़ियां ही पटरी पर नहीं चल रही हैं तो रेल को घाटे और मुनाफे में बताना गलत होगा. जो यात्री ट्रेनों में सफर करना चाहते हैं, उनको निराशा हो रही है.

अग्रिम आदेश तक रद्द रहेंगी रेल गाड़ियां

यह भी पढ़ेंः अजमेर रेल मंडल की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन जनशताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली के लिए रवाना

रेलवे स्टेशन के बाहर जो व्यवसायिक हैं, उनको उम्मीद थी की 15 अगस्त से ट्रेनों का संचालन सामान्य हो जाएगा. लेकिन रेल मंत्रालय के अग्रिम आदेश तक ट्रेनें नहीं चलाने के निर्देश मिलने पर रेलवे स्टेशन के भरोसे व्यवसायिकों को निराशा हुई है. क्योंकि रेल यात्रियों के ही भरोसे इन व्यवसायिकों का व्यवसाय चलता है. रेल यात्रियों के न आने से स्टेशन के बाहर सैकड़ों लोगों का व्यवसाय ठप सा हो गया है.

इन रेल यात्रियों के आवागमन से निजी बस, ई-रिक्शा, होटल व्यवयसाय, फूटपाथ व्यवसाय, पार्किंग व्यवसाय सहित अन्य व्यवसाय जुड़े हुए हैं. इन व्यवसाय से सैकड़ों लोगों को रोजगार चलता था, जिससे उनके घर का पालन-पोषण चलता था. लेकिन रेल मंत्रालय ने फिर से अग्रिम आदेशों तक ट्रेनों को चलने से रोक देने पर सभी यात्रियों सहित व्यवसायिक लोग निराश हैं.

जयपुर. रेल मंत्रालय ने सभी रेलवे जोनल से रेल गाड़ियां चलाने के प्रस्ताव भी लिए थे. जोनल रेलवे ने कुछ गाड़ियों के चलाने के प्रस्ताव भी दिए थे. लेकिन उस पर विचार न करके रेल मंत्रालय ने रेल गाड़ियों को चलाने के बजाए अग्रिम आदेश तक रद्द रखने का निर्णय लिया है.

नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एंप्लाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने बताया कि इससे रेलवे के राजस्व को नुकसान हो रहा है. कोरोना संक्रमण के समय बंद रेल गाड़ियों को नुकसान में बताना उचित नहीं होगा. जब रेल गाड़ियां ही पटरी पर नहीं चल रही हैं तो रेल को घाटे और मुनाफे में बताना गलत होगा. जो यात्री ट्रेनों में सफर करना चाहते हैं, उनको निराशा हो रही है.

अग्रिम आदेश तक रद्द रहेंगी रेल गाड़ियां

यह भी पढ़ेंः अजमेर रेल मंडल की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन जनशताब्दी एक्सप्रेस दिल्ली के लिए रवाना

रेलवे स्टेशन के बाहर जो व्यवसायिक हैं, उनको उम्मीद थी की 15 अगस्त से ट्रेनों का संचालन सामान्य हो जाएगा. लेकिन रेल मंत्रालय के अग्रिम आदेश तक ट्रेनें नहीं चलाने के निर्देश मिलने पर रेलवे स्टेशन के भरोसे व्यवसायिकों को निराशा हुई है. क्योंकि रेल यात्रियों के ही भरोसे इन व्यवसायिकों का व्यवसाय चलता है. रेल यात्रियों के न आने से स्टेशन के बाहर सैकड़ों लोगों का व्यवसाय ठप सा हो गया है.

इन रेल यात्रियों के आवागमन से निजी बस, ई-रिक्शा, होटल व्यवयसाय, फूटपाथ व्यवसाय, पार्किंग व्यवसाय सहित अन्य व्यवसाय जुड़े हुए हैं. इन व्यवसाय से सैकड़ों लोगों को रोजगार चलता था, जिससे उनके घर का पालन-पोषण चलता था. लेकिन रेल मंत्रालय ने फिर से अग्रिम आदेशों तक ट्रेनों को चलने से रोक देने पर सभी यात्रियों सहित व्यवसायिक लोग निराश हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.