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सदन में गूंजे 'जय श्रीराम' के नारे, बीजेपी-कांग्रेस ने लगाए एक दूसरे पर संविधान विरोधी होने के आरोप

15वीं विधानसभा के तीसरे सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सदन में जय श्रीराम के नारे एक बार फिर गूंजे. संविधान दिवस पर हो रही चर्चा के दौरान विपक्ष के बीजेपी विधायकों ने सदन में जय श्रीराम के नारे लगाए. सदन में जय श्री राम के नारे के बाद पक्ष-विपक्ष ने एक-दूसरे पर संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया.

सदन में गूंजे जय श्री राम के नारे, Slogans of Jai Shri Ram echoed in the house
पक्ष-विपक्ष ने लगाए एक दूसरे पर संविधान विरोधी होने के आरोप
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Published : Nov 29, 2019, 5:45 PM IST

Updated : Nov 29, 2019, 10:03 PM IST

जयपुर. 15वीं विधानसभा के तीसरे सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सदन में जय श्रीराम के नारे एक बार फिर गूंजे. संविधान दिवस पर हो रही चर्चा के दौरान विपक्ष के बीजेपी विधायकों ने सदन में जय श्रीराम के नारे लगाए. वहीं, सदन में जय श्रीराम के नारे लगने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया.

पक्ष-विपक्ष ने लगाए एक दूसरे पर संविधान विरोधी होने के आरोप

दरअसल, 15वीं विधानसभा के तीसरे सत्र के दूसरे दिन सदन में पक्ष-विपक्ष की तरफ से संविधान दिवस पर चर्चा होनी थी. सदन की शुरुआत में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संविधान दिवस पर चर्चा की. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने मोदी सरकार की ओर से की गई योजनाओं को लेकर कहा कि कश्मीर के मुद्दे को कांग्रेस ने अपने वोट बैंक की खातिर उलझाए रखा.

पढ़ें- राजस्थान के 15वीं विधानसभा के तीसरे सत्र में रोचक संयोग, पहली बार भाजपा और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष एक साथ रहे मौजूद

कटारिया ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को हटाकर 72 साल की समस्या को खत्म किया. उन्होंने कहा कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद किसी तरह की कोई हिंसा नहीं हुआ. इसी तरीके से कोर्ट का अयोध्या मामले पर जो फैसला है वह कांग्रेस चाहती तो 20 साल पहले भी आ सकती थी. लेकिन कांग्रेस सिर्फ अपने वोट बैंक को बचाए रखने के लिए इन दोनों मुद्दों पर कोई फैसला नहीं होने दिया.

वहीं, इस पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए सदन में हंगामा शुरू कर दिया. सत्ता पक्ष का हंगामा देख विपक्ष के विधायकों ने जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दिए. सदन में जय श्री राम के नारे के बाद पक्ष-विपक्ष ने एक-दूसरे पर संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया. उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सदन में जब अयोध्या मामले पर बोला तो सत्ता पक्ष के नेताओं को यह बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने सदन में हंगामा शुरू कर दिया.

पढ़ें- मदन दिलावर ने फिर दोहराया- जारी रहेगी प्रतिज्ञा, राम मंदिर बनने तक नहीं सोएंगे आरामदायक बिस्तर पर

उधर, मुख्यसचेतक महेश जोशी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुते कहा कि विपक्ष सदन में जय श्रीराम के नारे लगाए, इससे कांग्रेस को कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन इसके लिए नियत ठीक होने चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी राम का नाम लेकर उन्माद फैलाना चाहती है.

जयपुर. 15वीं विधानसभा के तीसरे सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सदन में जय श्रीराम के नारे एक बार फिर गूंजे. संविधान दिवस पर हो रही चर्चा के दौरान विपक्ष के बीजेपी विधायकों ने सदन में जय श्रीराम के नारे लगाए. वहीं, सदन में जय श्रीराम के नारे लगने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया.

पक्ष-विपक्ष ने लगाए एक दूसरे पर संविधान विरोधी होने के आरोप

दरअसल, 15वीं विधानसभा के तीसरे सत्र के दूसरे दिन सदन में पक्ष-विपक्ष की तरफ से संविधान दिवस पर चर्चा होनी थी. सदन की शुरुआत में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संविधान दिवस पर चर्चा की. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने मोदी सरकार की ओर से की गई योजनाओं को लेकर कहा कि कश्मीर के मुद्दे को कांग्रेस ने अपने वोट बैंक की खातिर उलझाए रखा.

पढ़ें- राजस्थान के 15वीं विधानसभा के तीसरे सत्र में रोचक संयोग, पहली बार भाजपा और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष एक साथ रहे मौजूद

कटारिया ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 को हटाकर 72 साल की समस्या को खत्म किया. उन्होंने कहा कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद किसी तरह की कोई हिंसा नहीं हुआ. इसी तरीके से कोर्ट का अयोध्या मामले पर जो फैसला है वह कांग्रेस चाहती तो 20 साल पहले भी आ सकती थी. लेकिन कांग्रेस सिर्फ अपने वोट बैंक को बचाए रखने के लिए इन दोनों मुद्दों पर कोई फैसला नहीं होने दिया.

वहीं, इस पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए सदन में हंगामा शुरू कर दिया. सत्ता पक्ष का हंगामा देख विपक्ष के विधायकों ने जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दिए. सदन में जय श्री राम के नारे के बाद पक्ष-विपक्ष ने एक-दूसरे पर संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया. उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सदन में जब अयोध्या मामले पर बोला तो सत्ता पक्ष के नेताओं को यह बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने सदन में हंगामा शुरू कर दिया.

पढ़ें- मदन दिलावर ने फिर दोहराया- जारी रहेगी प्रतिज्ञा, राम मंदिर बनने तक नहीं सोएंगे आरामदायक बिस्तर पर

उधर, मुख्यसचेतक महेश जोशी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुते कहा कि विपक्ष सदन में जय श्रीराम के नारे लगाए, इससे कांग्रेस को कोई आपत्ति नहीं है. लेकिन इसके लिए नियत ठीक होने चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी राम का नाम लेकर उन्माद फैलाना चाहती है.

Intro:
जयपुर

सदन में गूंजे जय श्रीराम के नारे , पक्ष विपक्ष ने लगाए एक दूसरे पर संविधान विरोधी होने के आरोप

एंकर:- 15 वीं विधानसभा के तीसरे सत्र के आज दूसरे दिन सदन में जय श्रीराम के नारे एक बार फिर गूंजे , संविधान दिवस पर हो रही चर्चा के दौरान विपक्ष के बीजेपी विधायकों ने सदन में जय श्रीराम के नारे लगाए , सदन में गूंजे जय श्रीराम के नारे के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी तेज हो गया ,


Body:VO:- दरअसल 15 वी विधानसभा के तीसरे सत्र के आज दूसरे दिन सदन में पक्ष विपक्ष की तरफ से संविधान दिवस पर चर्चा होनी थी , सदन की शुरुआत में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने संविधान दिवस पर चर्चा की इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा की गई योजनाओं को लेकर कहा कि कश्मीर के मुद्दे को कांग्रेस ने अपने वोट बैंक की खातिर उलजाए रखा , पीएम नरेंद्र मोदी ने धारा 370 को हटाकर 72 साल की समस्या को खत्म किया , कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद किसी तरह की कोई हिंसा विवाद नहीं हुआ , इसी तरीके से कोर्ट में जो आज अयोध्या मामले पर फैसला है वह कांग्रेस चाहती तो 20 साल पहले भी आ सकता था , लेकिन कांग्रेस सिर्फ अपने वोट बैंक को बचाए रखने के लिए इन दोनों मुद्दों पर कोई फैसला नहीं होने दिया , इस पर सत्ता पक्ष के विधायकों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए सदन में हंगामा शुरू कर दिया , सत्ता पक्ष का हंगामा देख विपक्ष के विधायकों जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दिया , सदन में गूंजे जय श्री राम के नारे के बाद पक्ष विपक्ष ने एक दूसरे पर संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया , उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सदन में जब अयोध्या मामले पर बोला तो सत्ता पक्ष के नेताओं को यह बात अच्छी नहीं लगी और उन्होंने सदन में हंगामा शुरू कर दिया इस पर जब विपक्ष दुवारा कहा गया कि क्या अयोध्या ममलेंपर जो सर्वोच्च न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला आया है उसका कॉंग्रेस समर्थन नही करती तो स्पष्ट रूप से सदन में बताए इस पर सत्ता पक्ष के नेता बगले झांकने लगे , उधर मुख्यसचेतक महेश जोशी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुते कहा कि विपक्ष सदन में जय श्रीराम के नारे लगाए इससे कॉंग्रेस को कोई आपत्ति नही है लेकिन इसके लिए नियत ठीक होने चाहिए , उन्होंने कहा कि बीजेपी राम का नाम लेकर उन्माद फैलाना चाहती है ,
बाइट:- राजेन्द्र राठौड़ - उपनेता प्रतिपक्ष
बाइट:- महेश जोशी - मुख्यसचेतक



Conclusion:
Last Updated : Nov 29, 2019, 10:03 PM IST
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