जयपुर. कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश भर में डर का माहौल बना हुआ है. जिसके चलते वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए राजस्थान में गहलोत सरकार ने संक्रमण से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए, प्रदेश भर में धारा 144 लागू कर दी है.
जिसके बाद प्रदेश भर के सभी पर्यटक स्थल, धार्मिक स्थल सहित सभी सार्वजनिक स्थलों को बंद करने के आदेश किए गए. इसी क्रम में देश विदेश में प्रसिद्ध प्राचीन शिला माता मंदिर के द्वार भी श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए हैं. शिला माता मंदिर में देश के कोने-कोने से श्रद्धालु माता के द्वार में धोक लगाने पहुंचते हैं. ऐसे में गुरुवार को माता के द्वार बंद करने के बाद मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं को बिना दर्शन किए ही वापस लौटना पड़ा.
नवरात्र के दौरान शिला माता मंदिर में 9 दिन तक भव्य मेले का आयोजन होता है. लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इस बार मेला भी स्थगित कर दिया गया है. हालांकि मंदिर में पुजारी प्रतिदिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना करेंगे. शिला माता मंदिर में नवरात्रों की घट स्थापना की जाएगी. तो वहीं 9 दिन तक पूजा अर्चना पुराने रीति-रिवाज के साथ होगी. लेकिन दर्शन बंद रहेंगे.
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शिला माता मंदिर के पुजारी बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जारी की गई एडवाइजरी के तहत शिला माता मंदिर में भक्तों का प्रवेश बंद कर दिया गया है. ऐसा 500 सालों में पहली बार देखने को मिल रहा है.