जयपुर. सवाई मानसिंह स्टेडियम (SMS Stadium Jaipur) में स्थित आरसीए मैदान पर राजस्थान अंडर-19 टीम के चयन के लिए मंगलवार से ट्रायल शुरू किया गया. ट्रायल शुरू होते ही खिलाड़ियों ने आरसीए एकेडमी पर हंगामा शुरू कर दिया. ट्रायल में भेदभाव के आरोप लगाए.
खिलाड़ियों का कहना है कि भरतपुर, धौलपुर, श्रीगंगानगर, अलवर और नागौर जिलों से आए खिलाड़ियों को ट्रायल में हिस्सा नहीं लेने दिया जा रहा है. किस आधार पर खिलाड़ियों को ट्रायल में शामिल किया जा रहा है. अभी तक इसकी भी कोई जानकारी नहीं है.
राजस्थान अंडर-19 टीम (trial for Rajasthan U-19) के लिए मंगलवार को प्रदेशभर से खिलाड़ी ट्रायल देने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन स्थित एकेडमी पहुंचे लेकिन कुछ देर बाद ही खिलाड़ियों ने एकेडमी के बाहर हंगामा शुरू कर दिया. खिलाड़ियों का कहना है कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने ओपन ट्रायल करने की बात कही थी लेकिन अब ट्रायल में धांधली की जा रही है.
खिलाड़ियों के परिजनों ने बताया कि उन्होंने अपने बच्चे का ट्रायल के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया लेकिन उनके बच्चों का ट्रायल अब नहीं लिया जा रहा. हंगामा बढ़ने के बाद एकेडमी पर पुलिस जाब्ता भी पहुंचा और खिलाड़ियों के साथ समझाइश की गई.
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खिलाड़ियों का यह भी आरोप है कि वह सुबह से भूखे प्यासे एकेडमी के बाहर बैठे हैं लेकिन एकेडमी पर किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. यहां तक कि पीने के लिए पानी भी उपलब्ध नहीं है.
इस मामले में आरसीए में ट्रायल ले रहे अधिकारियों ने सफाई दी कि हमने हर जिले से 8 खिलाड़ियों के नाम मांगे थे. जिन खिलाड़ियों के नाम हमारे पास आए हैं सिर्फ उन्हें ही ट्रायल में शामिल किया जा रहा है. हालांकि, जब मामला बढ़ने लगा तो आरसीए ने सभी खिलाड़ियों के ट्रायल लेने की बात कही है.