जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभागों में पीएचडी और एमफिल में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा एमपेट बीते दो सत्रों से नहीं हो पाई है. बीते दिनों विश्वविद्यालय प्रशासन ने एमपेट के लिए दूसरी बार कन्वीनर बदलते हुए डॉ. रश्मि जैन को कन्वीनर बनाया था. अब एमपेट की तैयारी की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विभागों में एमफिल और पीएचडी की खाली सीटों की जानकारी मांगी गई है.
दरअसल, कन्वीनर ने सभी 37 विभागों को पत्र लिखकर एमफिल और पीएचडी की खाली सीटों की जानकारी मांगी है. इसके तहत सभी रिसर्च सुपरवाइजर के पास खाली सीटों की जानकारी देनी होगी. बताया जा रहा है कि ये जानकारी इकट्ठा करने के बाद खाली सीटों की संख्या के हिसाब से एमपेट के लिए विज्ञापन जारी होगा.
जानकारी के अनुसार राजस्थान विश्वविद्यालय में पीएचडी और एमफिल में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा एमपेट 2019 और 2020 में नहीं हुई थी. ऐसे में अब दो साल की परीक्षा एक साथ करवाने की कवायद चल रही है. लेकिन, विश्वविद्यालय में लंबे समय से शिक्षकों के प्रमोशन नहीं हुए हैं. जिनका असर भी शोध पर पड़ा है. विश्वविद्यालय में अब 5 ही प्रोफेसर बचे हैं. दरसअल, 8 प्रोफेसर, 6 एसोसिएट प्रोफेसर और 4 असिस्टेंट प्रोफेसर विद्यार्थियों को पीएचडी करवा सकते हैं. लेकिन, प्रमोशन नहीं होने से सीटें कम होंगी.
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बता दें कि 2018 में एमपेट का 2 चरण में आयोजन हुआ था. दूसरे चरण में 12 विषयों के लिए परीक्षा हुई थी. इसमें पीएचडी की 131 और एमफिल की 103 सीटें थी. हालांकि, 5 विषय ऐसे थे, जिनमें एमफिल की एक भी सीट नहीं थी.