जयपुर: शाहपुरा के पूर्व राजघराने की रतना कुमारी पिछले विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) में विराटनगर और देवी सिंह बानसूर विधानसभा सीट (Vidhansabha) से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं. रतना कुमारी सोशल वर्क को लेकर चर्चा में रहती हैं और भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रहे राव राजेंद्र की संबंधी हैं.
ये है राव राजेंद्र से संबंध
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रहे राव राजेंद्र सिंह (BJP Rao Rajendra Singh) भी इसी परिवार (Shahpura Royal Family) से आते हैं. उनका राजनीतिक क्षेत्र शाहपुरा है और वे वहां से ही पूर्व में विधायक भी रह चुके हैं. पिछले चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. उनके भाई की धर्म पत्नी हैं रतना कुमारी. जो समाज सेवा से जुड़ी हैं.
फिलहाल उनका पूरा फोकस विराटनगर विधानसभा सीट (Viratnagar Seat) पर केंद्रित है जहां से वो पूर्व में निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुकी है. रतना कुमारी परिवार के साथ जयपुर के बनीपार्क स्थित निवास पर रहती हैं. साथ ही विराटनगर नगर क्षेत्र में भी उनका समाज सेवा से जुड़ा काम और गतिविधियां चलती रहती है. इनमें वो काफी सक्रिय हैं.
रतना कुमारी का पॉलीटिकल बैकग्राउंड
पिछले विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) में रतना कुमारी जयपुर जिले की विराटनगर विधानसभा सीट (Viratnagar Seat) से निर्दलीय (Independent) चुनाव मैदान में ताल ठोक चुकी हैं, लेकिन तब उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. उन चुनाव में कांग्रेस (Congress) ने गिर्राज गुर्जर (Girraj Gurjar) और भाजपा (BJP) ने फूलचंद भिंडा पर दांव खेला था. जीत कांग्रेस प्रत्याशी की हुई. इसी चुनाव में भाजपा (BJP) के बागी कुलदीप धनकड़ ने 40,000 से ज्यादा वोट हासिल किए थे.
इसके बाद धनकड़ को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था लेकिन पिछले दिनों ही कुलदीप धनकड़ (Kuldeep Dhankad) की भाजपा परिवार में घर वापसी हुई है. अब इसी क्षेत्र से टिकट की चाहत रखने वाली रतना कुमारी की भी एंट्री भाजपा में हो रही है. कयास लगाए जा रहे हैं कि ये 'चाहत' ही भविष्य में आपसी खींचतान का सबब बन सकती है.
देवी सिंह शेखावत का भाजपा से पुराना पॉलिटिकल कनेक्शन
देवी सिंह शेखावत पूर्व में भाजपा के सक्रिय और वरिष्ठ नेता रह चुके हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने अलवर के बानसूर विधानसभा सीट (Bansur Vidhansabha Seat) पर भाजपा (BJP) का टिकट मांगा था. टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय (Independent) ही उन्होंने चुनावी समर में किस्मत आजमाई. चुनाव नहीं जीत पाए और पार्टी ने भी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.
उस चुनाव में तब भाजपा (BJP) ने इस सीट पर महेंद्र यादव को अपना प्रत्याशी बनाया था. यादव वर्तमान में प्रदेश भाजपा में मंत्री है. देवी सिंह शेखावत (Devi Singh Shekhawat) की पत्नी पूर्व में भाजपा के सिंबल पर अलवर (Alwar) जिला प्रमुख का चुनाव भी लड़ चुकी हैं. शेखावत और भाजपा के पूर्व नेता रोहिताश्व शर्मा के बीच सियासी अदावत भी सुर्खियों में रही है. हालांकि अब शर्मा भाजपा से बाहर हो चुके हैं.
अरुण सिंह लेंगे बैठक, उपचुनाव हार पर करेंगे मंथन
पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह आज और कल जयपुर प्रवास रहकर विभिन्न संघठनात्मक बैठक लेंगे. खास तौर पर पिछले दिनों धरियावद और वल्लभनगर उपचुनाव (Dhariyavad And Vallabhnagar By Election) में भाजपा को मिली हार के कारणों पर भी चिंतन और मनन किया जाएगा.