जयपुर. कोरोना काल के बाद शुरू हुए महिलाओं के लघु उद्योग को सरकार के साथ मिलकर Forti Women Wing प्लेटफार्म उपलब्ध कराएगा. बता दें कि फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज यानी फोर्टी उद्यमियों और सरकार के बीच कड़ी का काम करती है. राजस्थान में महिला उद्यमियों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन मिले, इसके लिए फोर्टी ने अपने महिला विंग का भी गठन कर रखा है. इस वीमेन विंग की नई अध्यक्ष के रूप में रानू श्रीवास्तव को चुना गया, जबकि जनरल सेक्रेटरी के लिए ललिता कुच्छल को.
कोरोना के बाद महिलाएं आईं आगे : अध्यक्ष का पद सम्भालने के साथ ही गुरुवार को मीडिया से बातचीत में रानू श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना काल में बड़े-बड़े उद्योग-धंधे बंद हो गए. एक्सपोर्ट, मेन्युफेक्चरिंग शटडाउन हो गए. लोगों की नौकरियां चली गईं. ऐसे में परिवार में सहयोग करने के लिए जो महिलाएं हाउसवाइफ बनी हुई थीं. उन्होंने अपनी-अपनी स्किल के हिसाब से अपने-अपने घरेलू काम शुरू कर परिवार में आर्थिक सहयोग देने के लिए आगे आईं हैं. इन महिलाओं को उद्योग में प्रोत्साहन के लिए आगे लाने के लिए प्राथमिकता के साथ काम किया जाएगा. रानू श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना के बाद हमें यह समझ लेना चाहिए कि किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा सामने आ सकती है. ऐसे में महिला शिक्षा को महत्व देना चाहिए. इसके साथ हर महिला को एक स्किल को जरूर सीखना चाहिए, ताकि जरूरत पर वह उसे अपना रोजगार का साधन बना सके.
सरकार में महिलाओं के बीच बनेंगे सेतू : फोर्टी की जनरल सेक्रेटरी बनी ललिता कुच्छल ने कहा कि फोर्टी महिला विंग (Role of Forti Women Wing in Rajasthan) सरकार और महिला उद्यमियों के बीच सेतू के रूप में काम करता है. इन स्टार्टअप और घरेलू उद्योग शुरू करने वाली महिलाओं की समस्याओं पर काम करेंगे. घरेलू महिला उद्योग को बाजार उपलब्ध हो, इसके लिए सरकार के सामने इनकी आवश्यकता को मजबूती से उठाएंगे. ललिता ने कहा कि सालों से पुरुषों के अधीन रहे बिजनेस और कॉरपोरेट कल्चर में आज महिलाएं स्टार्टअप के जरिए आगे आकर अपना स्थान बनाने लगी हैं. जो महिलाएं पहले घर तक सीमित थीं, अब वो जॉब और किसी न किसी तरह के व्यवसाय से जुड़ी हैं.
पढ़ें : Women hallpack drivers: कभी सड़क पर ऑटो चलाती थी, अब माइंस में संभाल रहीं हैं हॉलपैक मशीन
सिंगल विंडो की जरूरत : ललिता ने कहा कि ज्यादातर महिलाएं आज घरों से अपना स्टार्टअप चलाने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन आज उन्हें अपने छोटे व्यवसाय को आगे बढ़ाने को लेकर कोई गाइड नहीं मिल रही है और ना ही कोई सरकारी या अन्य सहायता. इसी को देखते हुए सरकार से पहले से ही महिलाओं के लिए सिंगल विंडो की डिमांड होती रही है. ललिता ने कहा कि समय बदल रहा है, परिस्थितियां बदल रही हैं, सोच बदल रही है, महिलाओं में जागरूकता बढ़ रही है और नई उमंग का संचार हो रहा है और वे घर के चूल्हे-चौके में न सिमटकर आगे निकलकर आ रही हैं. महिलाएं कई क्षेत्रों में स्वयं अपनी पहचान बना रही हैं. इन्हें और आगे लेकर जाना है. फोर्टी आने वाले समय में कुछ ऐसा ही एक मंच देने की कोशिश करेगा, जिससे हम इन महिलाओं की समस्याओं को न केवल मंच दें, बल्कि समाधान तक लेकर जाएं.
इन प्राथमिकता पर होगा काम : नव नियुक्त फोर्टी वीमेंस विंग आने वाले समय में केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मिलकर विभिन्न स्कीमों लाभ महिला उद्यमियों तक पहुंचाएगा.
- महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन के लिए सब्सिडी/रियायत दरों पर लोन और जमीन उपलब्ध कराने पर काम करेगा.
- महिलाओं के लिए सिंगल विंडो सिस्टम स्थापित कराने पर काम किया जाएगा, ताकि एक छत के नीचे सभी तरह की सुविधा महिला उद्यमी को मिले.
- महिला उद्योग के लिए मिलने वाले लोन के नियमों में सरलीकरण पर काम होगा.
- सरकार के साथ मिल कर महिलाओं के लिए एक ईकोसिस्टम, एक माहौल और एक पॉजिटिव वातावरण तैयार कराएंगे, ताकि महिला उद्यमी निःसंकोच आगे बढ़ सके.