जयपुर. राजस्थान हाईकोर्ट ने शहर में जगह-जगह उफनते सीवर चैंबर और अवरुद्ध सीवर लाइनों को लेकर स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लिया है. इसके साथ ही अदालत ने मुख्य सचिव, प्रमुख स्वायत्त शासन सचिव और हेरिटेज व ग्रेटर निगम आयुक्त का नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है. वहीं अदालत ने अधिवक्ता प्रतीक कासलीवाल को न्यायमित्र नियुक्त किया है. न्यायाधीश सबीना और न्यायाधीश मनोज कुमार व्यास की खंडपीठ ने यह आदेश इस संबंध में प्रकाशित समाचार पर स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लेते हुए दिए.
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अदालत ने कहा कि शहर में जगह-जगह सीवर लाइन अवरुद्ध हो गई हैं. जिसके चलते गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सीवर चैंबर से बाहर आकर सडक़ पर फैल रहा है. ऐसे में स्थानीय निवासियों के साथ ही राहगीरों को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
अदालत ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि वार्ड नंबर 125 में पिछले पन्द्रह दिन से सीवर लाइन अवरुद्ध है. इसकी बदबू से स्थानीय निवासी सांस नहीं ले पा रहे हैं. इसके बावजूद आमजन के हितों को देखते हुए संबंधित अधिकारी कोई कार्रवाई भी नहीं कर रहे हैं. वहीं वार्ड नंबर 130 के पार्षद कह चुके हैं कि यदि पुरानी सीवर लाइन को नहीं बदला गया तो समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा.अदालत मामले में अब 12 नवंबर को सुनवाई करेगी.