जयपुर. विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने सोमवार को मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि अप्रैल में राजस्थान में ही कांग्रेस का चिंतन शिविर होगा. जब-जब राजस्थान में चिंतन शिविर हुआ है तब-तब कांग्रेस आगे बढ़ी है. राहुल गांधी के साथ देश का युवा खड़ा है. चुनाव में हार-जीत चलती रहती है.
सीडब्ल्यूसी की बैठक पर महेंद्र चौधरी ने कहा कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में ही (Deputy Chief Whip Mahendra Choudhary on Congress Party) पार्टी काम करेगी. हार-जीत चुनाव में चलती रहती है. हार का कांग्रेस पार्टी विश्लेषण करेगी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा कि राहुल गांधी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनें. यह बात उन्होंने पहले भी कई बार कही है.
राजस्थान में नहीं चलेगा कोई बुलडोजर : महेंद्र चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को लेकर आमजन में उत्साह है. 2 दिन क्षेत्र के दौरे में लोगों में उत्साह देखा गया. अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस राजस्थान में आगे बढ़ रही है. भाजपा पर निशाना साधते हुए महेंद्र चौधरी ने कहा कि बीजेपी किसी दूसरे राज्य में ध्यान लगाएं. राजस्थान में बीजेपी की दाल नहीं गलेगी. राजस्थान में किसी तरह का बुलडोजर नहीं चलने वाला. राजस्थान में 2023 में कांग्रेस पार्टी सत्ता में आएगी.
गांधी परिवार में सभी की आस्था, चुनाव परिणाम उपर नीचे रहने से नेतृत्व नहीं बदला जाता : सीडब्ल्यूसी की बैठक में गांधी परिवार पर विश्वास जताने को लेकर मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में सभी ने सोनिया गांधी के नेतृत्व पर विश्वास जताया है. विधानसभा के बाहर मीडिया से रू-ब-रू होते हुए खाचरियावास ने कहा कि रिजल्ट ऊपर-नीचे रहने से नेतृत्व नहीं बदला जाता है.
हमारी पार्टी में क्या होगा यह हम तय करेंगे. हमें बीजेपी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि (Khachariyawas Supported Gandhi Family) भाजपा का झूठ ज्यादा दिन नहीं चलेगा. गांधी परिवार का अपना इतिहास रहा है. खाचरियावास ने कहा कि 2024 का चुनाव भाजपा आसान समझ रही है, लेकिन यह चुनाव इतना आसान नहीं होने वाला जितना आसान भाजपा समझ रही है. 4 राज्यों की जीत ही भाजपा के अंत का कारण बनेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की लीडरशिप बेस्ट है जनता के मुद्दों पर कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर संघर्ष करते रहेंगे.
खाचरियावास ने कहा कि राहुल गांधी एक अकेले नेता हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलते हैं. कई मुद्दों पर केंद्र की मोदी सरकार को चुनौती दे रहे हैं. यही वजह है कि प्रधानमंत्री भी अपने भाषणों में राहुल गांधी का नाम लेते हैं.