जयपुर. प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराने वाली राजस्थान सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का आम जनता को लाभ दिलाने के लिए, निगम प्रशासन ने वार्ड वाइज पंजीकरण कैम्प लगाया. जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. हालांकि विपक्ष ने महामारी के इस दौर में राज्य सरकार के मंत्रियों से सवाल पूछा कि क्या एक भी व्यक्ति को चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिल पाया.
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत पात्र परिवारों के पंजीयन के लिए बीते दिनों ऑनलाइन आवेदन कराने के लिए वार्ड वाइज पंजीकरण अभियान चलाया गया था. दोनों नगर निगम के प्रत्येक वार्ड में ई-मित्र लगाकर आमजन रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ जागरूकता के लिए पंपलेट भी वितरित किए गए थे.
- राजधानी के सभी 250 वार्डों में लगाए गए थे कैंप
- हेरिटेज नगर निगम में किए गए 15357 रजिस्ट्रेशन
- ग्रेटर नगर निगम में किए गए 5269 रजिस्ट्रेशन
- जागरूकता के लिए बांटे गए 50,000 से ज्यादा पंपलेट
- संविदा कर्मचारियों के भी किए गए रजिस्ट्रेशन
हेरिटेज उपायुक्त आशीष कुमार ने बताया कि चिरंजीवी योजना का काफी प्रचार प्रसार किया गया था. शुरुआती दौर में पंजीयन शिविर सामुदायिक केंद्र, जोन कार्यालय और कुछ सार्वजनिक स्थलों पर लगाए जा गये थे, लेकिन बाद में कोविड-19 गाइडलाइन की पालना करने के कारण में मौजूद ई-मित्र केंद्रों पर ये सुविधा उपलब्ध कराई. फिलहाल प्रत्येक वार्ड में एक ई मित्र केंद्र चिन्हित कर ये सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है और कोविड का प्रभाव कम होने के बाद इसमें अपेक्षित प्रगति लाई जाएगी.
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हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम के वार्डों में चलाए गए चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के कैंपों में प्रशासन ने अपनी ताकत झोंकी. जोन उपायुक्तों ने भी सतत निगरानी की. लोगों ने भी घंटों लाइन में लगकर अपना रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन आरोप है कि संक्रमण के इस दौर में आम जनता को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा. बीजेपी के वरिष्ठ पार्षद मनीष पारीक ने कहा कि राज्य सरकार ने भामाशाह योजना को बंद कर दिया. केंद्र की आयुष्मान योजना को राज्य में आने नहीं दिया और चिरंजीवी योजना लाकर महज भ्रम फैलाने का काम किया है. उन्होंने कांग्रेस सरकार के मंत्रियों से पूछा कि आखिर इस योजना से कितने लोगों को लाभ पहुंचा है बताएं.
हालांकि राज्य सरकार ने इस योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 31 मई तक बढ़ाई है. प्रदेश में अब तक करीब 23 लाख परिवार इस योजना से जुड़ चुके हैं, लेकिन सवाल इसलिए उठ रहे हैं, क्योंकि राज्य सरकार ने अब तक भी चिरंजीवी योजना के लाभार्थियों का कोई आंकड़ा सार्वजनिक नहीं किया.