जयपुर. सुख, समृद्धि और उल्लास का पर्व लोहड़ी बुधवार को देशभर में मनाया जा रहा है. राजधानी जयपुर के राजापार्क में भी शाम को लोहड़ी का पर्व मनाया गया. इस मौके पर गोकाष्ठ (गाय के गोबर से बनी लकड़ी) का प्रयोग किया गया. लोहड़ी में अलग-अलग खाद्य पदार्थों की आहुति देकर कोरोना के खात्मे की कामना की गई. जयपुर के राजापार्क में हर साल लोहड़ी के मौके पर बड़ा आयोजन होता है और जश्न मनाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना के चलते कम ही लोग यहां इस आयोजन में शामिल हुए.
समाजसेवी रवि नैयर का कहना है कि रात के कर्फ्यू के चलते लोहड़ी दहन के समय में भी बदलाव किया गया है. उन्होंने लोहड़ी के मौके पर देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना की. उन्होंने बताया कि ये समृद्धि और खुशहाली का पर्व है. किसान की फसल पकने के बाद ये त्योहार मनाया जाता है. इस दौरान मौसम में भी बदलाव होता है. उन्होंन कहा कि मूलतः पंजाब का ये त्योहार आपसी सद्भाव का प्रतीक है.
पढ़ें- न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,975 रुपए प्रति क्विंटल की दर से होगी गेहूं की खरीद
यहां मौजूद अन्य लोगों ने बताया कि राजापार्क में गाय के गोबर से बने उपलों से लोहड़ी का दहन किया गया है. उन्होंने गाय के गोबर के उपलों और गौ उत्पादों को बढ़ावा देने की भी अपील की है. इसके साथ ही लोगों ने सामूहिक रूप से देश-प्रदेश में सुख समृद्धि और कोरोना संक्रमण के खत्म होने की भी प्रार्थना की. हालांकि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर बहुत कम लोग इस साल लोहड़ी के जश्न में शरीक हुए.