जयपुर. प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल सवाई मानसिंह में प्रतिदिन हजारों की संख्या में मरीज इलाज करवाने आते हैं. बुधवार को अस्पताल से बच्चे की किडनैपिंग के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं. अस्पताल में 210 कैमरे लगाए गए हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर कैमरे खराब (CCTV camera dysfunction in SMS Hospital) पड़े हैं.
बुधवार देर शाम एसएमएस अस्पताल से बच्चे की किडनैपिंग (Kidnapping Case in Jaipur ) के बाद कैमरे खंगाले गए तो एक में शख्स दिखाई दिया, हालांकि उसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. ऐसी ही घटनाओं के लिए अस्पताल में करीब 210 कैमरे अलग-अलग स्थानों पर लगाए गए हैं, लेकिन इनमें से 140 कैमरे फिलहाल खराब पड़े हैं. कई बार अस्पताल प्रशासन के पास मरीज के परिजन मोबाइल चोरी होने तो कभी मारपीट की गुहार लेकर पहुंचते हैं. लगभग हर दिन ऐसी घटनाएं अस्पताल में होती रहती हैं. बताया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने वाला व्यक्ति काफी शातिर था और कैमरा से नजर चुरा कर उसने किडनैपिंग को अंजाम दिया है.
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अभय कमांड सेंटर से भी जुड़े: अस्पताल परिसर में लगाए गए इन 210 कैमरों में से 70 कैमरे अभय कमांड सेंटर से भी जुड़े हैं, जो 24 घंटे लाइव चलते हैं. इनमें से भी 13 कैमरे बंद पड़े हैं. कई बार अस्पताल प्रशासन से इसकी शिकायत की गई, लेकिन कैमरे की मेंटेनेंस को लेकर कोई कदम (Mismanagement in SMS Hospital) नहीं उठाया जा रहा. इसके अलावा कुछ कैमरे काफी ऊंचाई पर लगे हुए हैं, जिनमें तस्वीरें साफ नहीं आती.
छेड़छाड़ से लेकर चोरी तक के मामले : अस्पताल में किसी भी घटना पर तुरंत कार्रवाई को लेकर अब अस्पताल में पुलिस चौकी खोली जा चुकी है. पिछले 2 महीने की बात करें तो अस्पताल में छेड़छाड़ के मामले सामने आए थे, लेकिन सीसीटीवी कैमरे खराब होने के कारण आरोपी को पहचाना नहीं जा सका. इसके अलावा कुछ समय पहले अस्पताल परिसर में ही एक बच्ची को बहला-फुसलाकर ले जाने की कोशिश की गई थी. लेकिन हल्ला मचाने पर आरोपी भाग गया और सीसीटीवी खराब होने के कारण आरोपी की पहचान नहीं हो पाई. पिछले 7 महीनों की बात करें तो अस्पताल में 500 से अधिक चोरी के मामले सामने आ चुके हैं.