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पाकिस्तान-बांग्लादेश के जिहादी भारत में स्लीपर सेल स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं: असम STF - ASSAM STF

असम एसटीएफ ने हाल ही में एबीटी के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया जो आतंकी अभियानों के लिए स्लीपर सेल स्थापित करने में जुटे थे.

Jihadi fundamentalists and terrorist
पाकिस्तान और बांग्लादेश में स्थित जिहादी कट्टरपंथी (प्रतीकात्मक फोटो) (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 6 hours ago

नई दिल्ली: पाकिस्तान और बांग्लादेश में स्थित जिहादी कट्टरपंथी और आतंकवादी समूह असम और पश्चिम बंगाल को अपना आधार बनाकर आतंकवादी गतिविधियां चलाने के लिए देश भर में स्लीपर सेल स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. सिक्योरिटी एजेंसी के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी.

असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा गिरफ्तार किए गए आठ जिहादियों की पूछताछ रिपोर्ट का हवाला देते हुए अधिकारी ने शनिवार को ईटीवी भारत को बताया कि आरोपियों को पूरे भारत में स्लीपर सेल स्थापित करने का काम सौंपा गया है. एसटीएफ प्रमुख पार्थ सारथी महंत ने ईटीवी भारत से कहा, 'हमने मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को असम, पश्चिम बंगाल और केरल से सभी आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.'

भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा से संबद्ध अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) से जुड़े आठ आरोपी नए सदस्यों की भर्ती के लिए असम, पश्चिम बंगाल और केरल में कई जगहों पर गए थे. महंता ने कहा, 'वे मुख्य रूप से एबीटी के सदस्य थे और वे कई आतंकवादी संगठनों के शीर्ष नेताओं के साथ भी निकट संपर्क में थे.'

उनके पास से धार्मिक और जिहादी सामग्री वाले आपत्तिजनक दस्तावेज, बांग्लादेश और पाकिस्तान में आतंकवादी समूहों के साथ संवाद करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न संदिग्ध एप्लिकेशन वाले मोबाइल फोन भी बरामद किए गए.

उल्लेखनीय है कि यह गिरफ्तारी इस महीने की शुरुआत में शुरू किए गए 'ऑपरेशन प्रघात' के तहत की गई. यह ऑपरेशन केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से जुड़ी खुफिया सूचनाओं की विस्तृत और लंबी जांच के बाद शुरू किया गया था.

अधिकारियों ने दावा किया कि आरोपी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं सहित हिंदू नेताओं की हत्या की भी योजना बना रहे थे. सिंह ने कहा कि जिहाद के विकृत संस्करण वाली धार्मिक पुस्तकों की बरामदगी के बाद हमारा मानना ​​है कि वे कुछ विशेष समुदायों के लोगों को अपनी गतिविधियों में शामिल करने का प्रयास कर रहे थे.

आरोपियों में से एक साद रदी, जसीमुद्दीन रहमानी (अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के प्रमुख) के करीबी सहयोगी मोहम्मद फरहान इसराक के निर्देश पर नवंबर में भारत में घुसा था. महंत ने कहा, 'आने वाले दिनों में जब भी आवश्यकता होगी, इसी तरह के तलाशी अभियान चलाए जाएंगे.'

गौरतलब है कि हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने असम के ग्वालपाड़ा जिले से पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य ऑनलाइन कट्टरपंथ फैलाने और आतंकी संगठनों में लोगों की भर्ती करने में शामिल था.

ये भी पढ़ें- असम के धुबरी में अंसारुल्लाह बांग्ला टीम का सदस्य गिरफ्तार - आतंकी संगठन अंसारुल्ला बांग्ला टीम एबीटी

नई दिल्ली: पाकिस्तान और बांग्लादेश में स्थित जिहादी कट्टरपंथी और आतंकवादी समूह असम और पश्चिम बंगाल को अपना आधार बनाकर आतंकवादी गतिविधियां चलाने के लिए देश भर में स्लीपर सेल स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. सिक्योरिटी एजेंसी के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी.

असम पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा गिरफ्तार किए गए आठ जिहादियों की पूछताछ रिपोर्ट का हवाला देते हुए अधिकारी ने शनिवार को ईटीवी भारत को बताया कि आरोपियों को पूरे भारत में स्लीपर सेल स्थापित करने का काम सौंपा गया है. एसटीएफ प्रमुख पार्थ सारथी महंत ने ईटीवी भारत से कहा, 'हमने मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को असम, पश्चिम बंगाल और केरल से सभी आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.'

भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा से संबद्ध अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) से जुड़े आठ आरोपी नए सदस्यों की भर्ती के लिए असम, पश्चिम बंगाल और केरल में कई जगहों पर गए थे. महंता ने कहा, 'वे मुख्य रूप से एबीटी के सदस्य थे और वे कई आतंकवादी संगठनों के शीर्ष नेताओं के साथ भी निकट संपर्क में थे.'

उनके पास से धार्मिक और जिहादी सामग्री वाले आपत्तिजनक दस्तावेज, बांग्लादेश और पाकिस्तान में आतंकवादी समूहों के साथ संवाद करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले विभिन्न संदिग्ध एप्लिकेशन वाले मोबाइल फोन भी बरामद किए गए.

उल्लेखनीय है कि यह गिरफ्तारी इस महीने की शुरुआत में शुरू किए गए 'ऑपरेशन प्रघात' के तहत की गई. यह ऑपरेशन केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिली जानकारी और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों से जुड़ी खुफिया सूचनाओं की विस्तृत और लंबी जांच के बाद शुरू किया गया था.

अधिकारियों ने दावा किया कि आरोपी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं सहित हिंदू नेताओं की हत्या की भी योजना बना रहे थे. सिंह ने कहा कि जिहाद के विकृत संस्करण वाली धार्मिक पुस्तकों की बरामदगी के बाद हमारा मानना ​​है कि वे कुछ विशेष समुदायों के लोगों को अपनी गतिविधियों में शामिल करने का प्रयास कर रहे थे.

आरोपियों में से एक साद रदी, जसीमुद्दीन रहमानी (अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के प्रमुख) के करीबी सहयोगी मोहम्मद फरहान इसराक के निर्देश पर नवंबर में भारत में घुसा था. महंत ने कहा, 'आने वाले दिनों में जब भी आवश्यकता होगी, इसी तरह के तलाशी अभियान चलाए जाएंगे.'

गौरतलब है कि हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने असम के ग्वालपाड़ा जिले से पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक सदस्य को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि जैश-ए-मोहम्मद का सदस्य ऑनलाइन कट्टरपंथ फैलाने और आतंकी संगठनों में लोगों की भर्ती करने में शामिल था.

ये भी पढ़ें- असम के धुबरी में अंसारुल्लाह बांग्ला टीम का सदस्य गिरफ्तार - आतंकी संगठन अंसारुल्ला बांग्ला टीम एबीटी
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