नई दिल्ली: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक रंजिशें गरमा गई हैं. आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) दोनों ही पूर्वांचल के वोटरों को अपनी ओर खींचने के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रही है. इस राजनीतिक नाटक में बीजेपी के सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल और नेता संजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूर्वांचल समाज का अपमान करने का दावा किया है.
आप पार्टी का आरोप
आप पार्टी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर पूर्वांचली लोगों का अपमान करने का आरोप लगाया है. यह बहस तब और तेज हुई जब मनोज तिवारी ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान अरविंद केजरीवाल से कुछ सवाल पूछे. उन्होंने दिल्ली में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के वोट कटने के विषय पर पूछा, और आग्रह किया कि आम आदमी पार्टी इस पर 24 घंटे के अंदर अपने विचार स्पष्ट करे.
तिवारी का कटाक्ष
मनोज तिवारी ने कहा, " केजरीवाल का 2019 में दिया गया बयान, जिसके अनुसार 'पूर्वांचल के लोग 500 रुपये का टिकट कटाकर 5 लाख का मुफ्त इलाज कराकर चले जाते हैं', यह हर पूर्वांचली को चुभता है." उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल ने कोरोना महामारी के दौरान पूर्वांचलवासियों की दुर्दशा को अनदेखा किया और उन्हें अपनी सरकार के तहत यात्रा करने के लिए मजबूर कर दिया.
तिवारी ने यह भी कहा कि कोविड-19 के दौरान जब स्थिति संकट में थी, तब केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राहत प्रदान की, जबकि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के निवासियों की मदद नहीं की. उन्होंने यह आरोप लगाया कि अनधिकृत कॉलोनियों में रहने वाले 70 प्रतिशत लोग पूर्वांचल या उतरांचल के हैं, और केजरीवाल ने उनके जीवन को बदतर बना दिया है.
सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण के समय भी हमें दी गई धमकी: मनोज तिवारी ने कहा- पूर्वी दिल्ली का सिग्नेचर ब्रिज जब बन रहा था तब दिल्ली में राष्ट्रपति शासन था और हमने वह ब्रिज बनवाया उस वक्त अरविंद केजरीवाल ने अपने गुंडे विधायक को भेजकर धमकाया और धक्के दिलाए. उस वक्त अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह को पूर्वांचल की याद क्यों नहीं आई. दिल्ली के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली की महान जनता के जनादेश पर हमने कभी सवाल नहीं उठाया और आज हम उनसे कहना चाहते हैं कि आज केजरीवाल सच्चाई से भागना चाहते हैं.
दिल्ली के गंदे पानी की चिंता केजरीवाल को नहीं: दस सालों में 21000 लोग गंदा पानी पीने से मर गए लेकिन उनकी चिंता अरविंद केजरीवाल को नहीं है. देश की राजधानी है इसलिए इसे जाति और धर्म के नाम पर बांटने का काम ना करें केजरीवाल. एमसीडी के जिस पत्र का ज़िक्र संजय सिंह अपनी प्रेसवार्ता में कर रहे थे उसमें कहीं भी पूर्वांचलवासियों का ज़िक्र नहीं है लेकिन बार-बार पूर्वांचल बोलकर संजय सिंह एक क्षेत्रवाद के नाम पर दिल्ली को बांटना चाहते हैं.
केजरीवाल का बचाव
हालांकि, आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों का जवाब देने के लिए कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इसका सबसे बड़ा कारण यह हो सकता है कि चुनावी रणनीतियों के तहत दोनों पार्टियां मतदाताओं को अपनी तरफ खींचने के लिए पूर्वांचल के मुद्दों को उछालने का प्रयास कर रही हैं.
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