जयपुर : प्रदेश की राजधानी जिसे गुलाबी नगरी के नाम से भी जाना जाता है. जयपुर ने साल 2024 में अपने नाम चार विश्व रिकॉर्ड दर्ज किए. इन रिकॉर्ड्स ने न केवल शहर की सांस्कृतिक और धार्मिक समृद्धि को दर्शाया, बल्कि जयपुर वासियों की एकता और उत्साह को भी उजागर किया. इनमें 22 जनवरी को बनाई गई राम मंदिर की भव्य प्रतिकृति. 2 से 4 मार्च तक ‘एक चिट्ठी मोदी जी के नाम’ अभियान के तहत 50,000 से अधिक चिट्ठियों का लेखन. 17 जून को योग दिवस से पहले 1,611 मिनट तक अखंड योग और तीज महोत्सव पर बनाए गए 7.25 फीट व्यास के घेवर का विश्व रिकॉर्ड शामिल है. हालांकि, इनमें से एक भी रिकॉर्ड स्वच्छता से जुड़ा नहीं था. इसे लेकर महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने शहरवासियों से स्वच्छता को लेकर सहयोग की अपील की है, ताकि इस क्षेत्र में भी जयपुर कीर्तिमान स्थापित कर सके.
राम मंदिर की प्रतिकृति : 22 जनवरी 2024 को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन हुआ. इस मौके पर जयपुर ने भी अयोध्या जैसी भव्यता के साथ इस अवसर को मनाया. पूरा शहर भगवा रोशनी से सजा हुआ था और आसमान में आतिशबाजी हो रही थी. जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर आयोजित रामोत्सव में लकड़ी से बनी राम मंदिर की 35x30 फीट ऊंची प्रतिकृति बनाई गई. इसे बंगाल से आए 150 कुशल कारीगरों ने तैयार किया. इस आयोजन में 300 ड्रोन के जरिए भगवान श्रीराम का प्रारूप हवा में उकेरा गया और सवा लाख दीपकों से महाआरती की गई. इस अनोखे आयोजन को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की ओर से प्रमाण पत्र मिला.
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एक चिट्ठी मोदी जी के नाम : 2 से 4 मार्च 2024 तक जयपुर में शक्ति वंदन कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में जयपुर की महिलाओं ने इतिहास रचते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम 50,000 से अधिक चिट्ठियां लिखीं. इन चिट्ठियों के माध्यम से महिलाओं ने पीएम को उनकी महिला-केंद्रित योजनाओं जैसे पीएम आवास योजना, उज्ज्वला योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना और ट्रिपल तलाक पर रोक के लिए धन्यवाद दिया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इस आयोजन को रिकॉर्ड के रूप में मान्यता दी.
1611 मिनट का अखंड योग : योग दिवस से पहले 17 जून 2024 को जयपुर ने योग के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया. जयपुर ग्रेटर नगर निगम की पहल पर 51 योग संस्थानों के 1,000 प्रशिक्षकों, योगाचार्यों और साधकों ने मिलकर 1,611 मिनट तक बिना रुके योग किया. इस अखंड योग कार्यक्रम में सूर्य नमस्कार, त्रिकोणासन, भुजंगासन, पर्वतासन, दंडासन, शीर्षासन और सेतुबंधासन जैसे अनेक आसनों का प्रदर्शन किया गया. राजस्थान यूनिवर्सिटी सहित विभिन्न संस्थानों के योग साधकों ने भी अपनी योग क्षमताओं का प्रदर्शन किया. इस उपलब्धि के लिए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर से प्रमाण पत्र दिया गया.
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सबसे बड़ा घेवर : राजस्थान की सांस्कृतिक मिठाई घेवर ने जयपुर में तीज महोत्सव पर नया इतिहास रच दिया. शहर के 20 कुशल कारीगरों ने मिलकर 7.25 फीट व्यास और 455 किलो वजन का घेवर तैयार किया. इसे बनाने के लिए 800 किलो की विशेष कढ़ाई का इस्तेमाल किया गया, जिसे तैयार करने में दो महीने का समय लगा. घेवर में 100 किलो घी, 105 किलो मैदा, 125 किलो पनीर और 125 किलो दूध का उपयोग किया गया. इससे पहले यह रिकॉर्ड 2018 में बने 6.01 फीट व्यास और 120 किलो वजन के घेवर के नाम था. इस उपलब्धि को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने मान्यता दी.
महापौर की स्वच्छता की अपील : चार बड़े विश्व रिकॉर्ड बनाने के बाद महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर ने जयपुरवासियों से स्वच्छता के क्षेत्र में सहयोग की अपील की. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार जनता ने इन उपलब्धियों में योगदान दिया, उसी प्रकार यदि स्वच्छता में भी सहयोग किया जाए तो जयपुर इस क्षेत्र में भी नए रिकॉर्ड बना सकता है. उन्होंने सार्वजनिक स्थानों पर कचरा न फेंकने, गीला और सूखा कचरा अलग रखने, कपड़े के थैले के उपयोग और सिंगल-यूज प्लास्टिक के बहिष्कार की अपील की. महापौर ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में जनता का सहयोग जयपुर को एक नई पहचान देगा.