जयपुर. राजधानी के वैशाली नगर थाना इलाके में एनएचएआई कंसलटेंट की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस वारदात के 4 दिन बाद भी पूरी तरह से खाली हाथ है. वहीं इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए अब इस केस को जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच हैंडल कर रही है.
डीसीपी क्राइम दिगंत आनंद के सुपर विजन में सीएसटी और डीएसपी वेस्ट अलग-अलग पहलुओं को ध्यान में रखकर हत्यारों का सुराग लगाने का प्रयास कर रही है. इस प्रकरण को सुलझाने के लिए एक स्पेशल टीम हरियाणा में कैंप कर रही है. एनएचएआई के लिए काम करने वाले दो दर्जन से भी अधिक ठेकेदारों से पुलिस पूछताछ कर चुकी है.
हत्यारों ने जिस तरह से एनएचएआई के कंसलटेंट राजेंद्र चावला की गोली मारकर हत्या की उसे देखते हुए बदमाश कॉन्ट्रैक्ट किलर बताए जा रहे हैं. बदमाशों के हरियाणा से जयपुर आकर वारदात को अंजाम देने और वारदात के बाद फिर से हरियाणा चले जाने की आशंका को देखते हुए हरियाणा में कैंप कर रही है. जयपुर पुलिस की स्पेशल टीम हरियाणा पुलिस की मदद से बदमाशों का सुराग लगाने का प्रयास कर रही है.
गुरूवार को हुई थी कंसलटेंट की हत्या
बता दें कि वैशाली नगर थाना इलाके में गुरुवार को दिनदहाड़े दो बदमाशों ने गोली मारकर NHAI के कंसल्टेंट की हत्या कर दी थी. दिनदहाड़े हुई हत्या की वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. वारदात की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और एफएसएल टीम और डॉग स्क्वाड टीम को घटनास्थल पर बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए.
सीसीटीवी में दिखे, लेकिन सुराग नहीं मिला
पुलिस ने वारदात स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाले तो दो बदमाश वारदात स्थल की ओर जाते हुए और गोली मारने के बाद भागते हुए फुटेज में कैद हुए. लेकिन हमलावरों का कोई भी सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा. गुड़गांव से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कंसल्टेंट राजेंद्र चावला मीटिंग के लिए जयपुर आए थे.
वैशाली नगर स्थित कार्यालय में मीटिंग खत्म होने के बाद जब वे कार्यालय से बाहर निकले, उसी वक्त हमलावरों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों बदमाश अलग-अलग दिशाओं में भागते हुए सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दिए. अन्य कर्मचारी राजेंद्र चावला को गंभीर अवस्था में एसएमएस अस्पताल लेकर पहुंचे थे. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.