जयपुर. कोरोना संकट के चलते बिना परीक्षा के प्रमोट किए गए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बाहरवीं कक्षा के विद्यार्थियों का परिणाम जारी करने के फार्मूले को लेकर अभी उहापोह की स्थिति बनी हुई है. अब तक कोई स्पष्ट गाइड लाइन इस संबंध में जारी नहीं की है, लेकिन परिणाम जारी करने में इंटरनल मार्क्स की अहम भूमिका होगी.
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश के सभी सरकारी व निजी स्कूलों से इंटरनल मार्क्स मांगे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि जो भी नीति होगी. उसमें इंटरनल मार्क्स का की अहम भूमिका होगी.
जानकारी के अनुसार, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के उप निदेशक (गोपनीय) ने गुरुवार को एक पत्र सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजा है. बोर्ड ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को दसवीं और बाहरवीं के विद्यार्थियों के इंटरनल अंक 21 जून से 28 जून तक इंटरनल अंक मांगे हैं.
स्कूल कैसे देंगे इंटरनल अंक, इस पर संशय बरकरारः
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर ने इंटरनल मार्क्स तो मांग लिए हैं. लेकिन यह अंक किस आधार पर दिए जाएंगे. यह अभी साफ नहीं है. आमतौर पर टेस्ट के आधार पर इंटरनल मार्क्स भेजे जाते हैं. लेकिन इस बार कोई टेस्ट हुआ ही नहीं.