जयपुर. पूर्व मुख्यमंत्री के खासम खास माने जाने वाले आईएएस तन्मय कुमार मुख्यमंत्री गहलोत के निशाने पर हमेशा रहे. यही वजह थी कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही तन्मय कुमार का तबादला पहली ही सूची में कर दिया था. उसके बाद से तन्मय कुमार ने प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली जाने की अनुमति अर्जी लगाई थी. हालांकि पहले इस अर्जी को खारिज कर दिया गया था लेकिन अब इसे स्वीकार कर लिया गया है. इसके साथ ही राजस्थान कैडर के आईएएस संजय मल्होत्रा को राज्य सरकार ने अनुमति दे दी है.
आईएएस अधिकारी तन्मय कुमार पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे. लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद गहलोत सरकार ने सबसे पहली तबादला सूची में उन्हें बीकानेर में संचित क्षेत्र विकास आयुक्त लगा दिया. लेकिन यह पोस्टिंग उन्हें रास नहीं आ रही थी. ऐसे में तन्मय कुमार ने सेंट्रल डेपुटेशन पर जाने की अर्जी लगाई. कार्मिक विभाग ने अर्जी को सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में रेफर किया. लेकिन लगभग 10 माह बाद अब उस अर्जी को स्वीकार कर लिया गया है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार आइएएस तन्मय कुमार को लेकर बयान देते रहे हैं. यहां तक कि विधानसभा चुनाव के दौरान भी गहलोत ने पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि एक अधिकारी सीएमओ में बैठकर सरकार चला रहा है. राजस्थान चुनाव के बाद जब वे सत्ता में आए तो शुरुआती एक्शन में तन्मय कुमार को पूरी तरह से ठंडे बस्ते में लगा दिया था. यहां तक कि तत्कालीन वसुंधरा सरकार ने 24 सितंबर 2014 को जिस पद को खत्म कर संभागीय आयुक्त को उसकी जिम्मेदारी दी थी, उसी पद को फिर से सृजित कर तन्मय कुमार को वहां पोस्टिंग दी गई.