जयपुर. राजस्थान कांग्रेस में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच भाजपा ने कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राजनीतिक तूफान को रोकने के लिए पिछले कई महीनों से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद को मुख्यमंत्री आवास में कैद कर रखा है. वहीं निर्दलीय व अन्य विधायकों को आगे कर सचिन पायलट को मक्खी की तरह पार्टी से निकालना चाहते हैं.
राजस्थान भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए गुलाबचंद कटारिया और राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस पर कटाक्ष किए. गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री बहुत चालाक हैं और सुबह उठते ही बमबारमेंट करते हैं. अशोक गहलोत पहले ऑक्सीजन की कमी और फिर वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाते रहे.
कटारिया ने कहा कि राजस्थान का मुख्यमंत्री 18 महीने से 8 सिविल लाइन में कैद हैं. हिंदुस्तान का कोई भी मुख्यमंत्री ऐसा नहीं होगा जो इतने समय तक सचिवालय नहीं गया हो. कटारिया ने कहा मुख्यमंत्री कहते हैं कि मुझे डॉक्टरों ने अगले 2 महीने तक होम क्वॉरेंटाइन रहने के लिए बोला है. यह केवल आने वाले राजनीतिक तूफान से बचने के लिए निकाला गया रास्ता है.
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कटारिया ने इस दौरान 13 निर्दलीय और 6 बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों के बयानों को लेकर भी मुख्यमंत्री पर निशाना साधा. कटारिया ने कहा कि यह बयानबाजी खुद मुख्यमंत्री ही करवा रहे हैं ताकि मंत्रिमंडल विस्तार ना हो पाए और मुख्यमंत्री चाहते हैं कि सचिन पायलट को मक्खी की तरह पार्टी से बाहर निकाल दिया जाए.
उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आड़े हाथों लिया. राठौड़ ने कहा कि कोरोना की आड़ में मुख्यमंत्री संभावित विद्रोह को रोकने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार को टालना चाहते हैं. विद्रोह का वायरस पूरी कांग्रेस में फैल चुका है.