जोधपुर: कांग्रेस शासित जोधपुर नगर निगम उत्तर की बजट बैठक मंगलवार को शुरू होते ही स्थगित कर दी गई. इससे पहले ही बजट की प्रति सदन में बांट दी गई. सालभर में पार्षद निधि के 25-25 लाख रुपए के कामों के टेंडर जारी नहीं होने पर आयुक्त से नाराज कांग्रेस पार्षदों ने विरोध जताया. उनके विरोध के बीच बैठक स्थगित कर दी गई. अब बजट में बदलाव करके 13 फरवरी को बैठक होगी.
बैठक में मौजूद शहर विधायक अतुल भंसाली ने कहा कि बजट की कॉपी सदन में रखे जाने से इसका अनुमोदन हो गया है, इसलिए बैठक स्थगित नहीं हो सकती, जबकि महापौर कुंति देवड़ा ने कहा कि वे पिछले एक साल से पार्षदों के हक की लड़ाई एक आईएएस के साथ लड़ती रही है. जब पार्षदों को बजट नहीं मिलेगा तो काम कैसे होंगे, इसलिए बेठक स्थगित कर दी गई हैं. दो दिन बाद नए बजट के साथ बैठक करेंगे.
पढें: जोधपुर नगर निगम उत्तर में कुंती देवड़ा के बाद कोई महापौर नहीं बनेगा! जानिए क्यों
आयुक्त को पार्षद निधि के टेंडर अगले 24 घंटे में करने का का कहा है. वहीं, आयुक्त सिद्धार्थ ने कहा कि निगम में फंड की स्थिति के अनुरूप मंजूरियां जारी होती है. जनप्रतिनिधियों को लेकर इश्यू थे. इस पर काम करके निर्णय करेंगे. दक्षिण के टेंडर करने के सवाल पर आयुक्त ने कहा कि दोनों अलग अलग निगम है, अलग अलग राजस्व आता है. राजस्व के अनुरूप ही टेंडर जारी होते हैं. बता दें कि जोधपुर में यह पहला मौका है, जब नगर निगम की बजट बैठक को स्थगित किया गया है.
भजनलाल सरकार व पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ लगे नारे: बैठक स्थगित होने के बाद शहर विधायक भाजपा पार्षदों के साथ कुंति देवड़ा के पास गए. तब कांग्रेसी पार्षदों ने 'पर्ची सरकार मुर्दाबाद' के नारे लगाने शुरू कर दिए. इसके बाद विधायक वहां से निकल गए. इस दौरान भाजपा ने अशोक गहलोत मुर्दाबाद के नारे लगाए. दोनों तरफ से काफी देर तक हंगामा होता रहा. इससे पहले पार्षदों ने आयुक्त से मुलाकात करके नगर निगम के अधिकारियों द्वारा कामों को लेकर बरती जा रही कोताही की शिकायत की. इस पर आयुक्त ने कहा कि मुझे चार दिन हुए हैं आए हुए, जल्द ही सभी की परेशानियों पर बात करेंगे.
कल होगा दक्षिण का बजट जारी: बुधवार को भाजपा नीत नगर निगम दक्षिण का बजट महापौर वनिता सेठ जारी करेगी. इसके लिए तैयारियां पूरी हो गई है. सरकार ने अब दोनों निगमों का एक ही आयुक्त लगा दिया है. दक्षिण नगर निगम को राजस्व की आय अधिक होने से वहां पार्षदों के सालाना 25-25 लाख के टेंडर हो चुके हैं.