जयपुर. गुरुकुल विश्वविद्यालय स्थापना सत्यापन के लिए बनाई गई समिति की फर्जी जांच रिपोर्ट मामले में राज्यपाल कलराज मिश्र ने उदयपुर मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति अमेरिका सिंह को निलंबित (Governor suspends Vice Chancellor America Singh) कर दिया है. राजस्थान विधानसभा सत्र में पिछले दिनों भाजपा ने गुरुकुल विश्वविद्यालय सत्यापन जांच रिपोर्ट (Gurukul University fake investigation report case) में फर्जीवाड़ा का खुलासा किया था. निजी विश्वविद्यालय सत्यापन के लिए बनाई गई राज्य स्तरीय समिति में अमेरिका सिंह अध्यक्ष थे.
ये है पूरा मामला, विधानसभा में हुआ था फर्जी जांच रिपोर्ट का खुलासा
कुछ माह पहले राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में जब गुरुकुल विश्वविद्यालय सीकर की स्थापना से जुड़ा विधेयक पारित करने के लिए रखा गया तब भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ और गुलाबचंद कटारिया ने इस बात का खुलासा किया कि निजी विश्वविद्यालय के सत्यापन से जुड़ी जिस जांच रिपोर्ट के आधार पर यह बिल लाया गया है उसकी जांच रिपोर्ट ही फर्जी है. मतलब इस विश्वविद्यालय का न तो स्ट्रक्चर खड़ा हुआ और न ही रिपोर्ट में जो जानकारी दी गई वह सब सही हैं.
खुद विधानसभा अध्यक्ष ने सीकर कलेक्टर से सामने आए तथ्यात्मक घटनाक्रम की जानकारी जुटाई तो यह सही साबित हुआ जिसके बाद यह विधेयक पारित नहीं हुआ. हालांकि सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह की अध्यक्षता में इस विश्वविद्यालय के सत्यापन के लिए जो कमेटी बनी थी वह विवादों में जरूर आ गई क्योंकि उसी की रिपोर्ट के आधार पर यह बिल विधानसभा में पारित करने के लिए रखा गया था.
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25 मार्च को बनी कमेटी, अब तक ये निलंबित
विधानसभा में यह मामला उठा तो सत्यापन समिति का फर्जीवाड़ा सामने आया और उसमें शामिल अधिकारी, सदस्यों पर कार्रवाई के साथ ही जांच के लिए जयपुर संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया. इस कमेटी में संभागीय आयुक्त दिनेश यादव के अलावा तीन अन्य सदस्यों को भी शामिल किया गया. समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट में सत्यापन समिति में शामिल तीन लोगों के निलंबन की अनुशंसा की. इसमें उदयपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जीएस राठौड़, राजकीय विधि महाविद्यालय अलवर के सहायक आचार्य डॉ. विजय बेनीवाल और आचार्य को निलंबित कर दिया गया लेकिन इसी सत्यापन समिति के संयोजक और सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
हालांकि पूर्व में जिन लोगों के खिलाफ अनुशंसा की गई थी उन पर कार्रवाई कर दी गई लेकिन वीसी अमेरिका सिंह के विरुद्ध कोई कदम नहीं उठाए जाने से नाराज नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सरकार और राज्यपाल को पिछले दिनों पत्र लिखा था. ऐसे में अब अमेरिका सिंह पर भी कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया और धारा 11 'क' के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए भी अनुशंसा की गई है.
चार अलग-अलग मामलों में उलझे अमेरिका सिंह
गुरुकुल वेरिफिकेशन रिपोर्ट को लेकर कराई सरकार की किरकिरीः सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति अमेरिका सिंह पर सबसे बड़ा सवाल तब खड़ा हो गया जब सीकर की गुरुकुल यूनिवर्सिटी की वेरीफिकेशन रिपोर्ट फर्जी पाई गई. इस रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर रखी गई. लेकिन उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की ओर से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई तो पूरा मामला उजागर हो गया.
कलेक्टर की रिपोर्ट में सामने आया कि वहां पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं हुआ.लेकिन अमेरिका सिंह की कमेटी ने यहां पर भवन निर्माण और कई प्रयोगशाला बनने की जानकारी दी थी. जिसके बाद राज्य सरकार की इस पूरे मामले को लेकर काफी किरकिरी हुई और सरकार को इससे जुड़ा विधेयक विधानसभा में वापस लेना पड़ा. इस मामले को लेकर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री ने अमेरिका सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए. इस मामले में कुलपति फिलहाल हाईकोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं. इस मामले में पहले अमेरिका सिंह की कमेटी के संयोजक आचार्य डॉ विजय बेनीवाल, राजस्थानी विधि सह आचार्य डॉ जयंत सिंह और सुखाड़िया विधि के तत्कालीन साइंस कॉलेज के डीन प्रोफेसर घनश्याम सिंह को निलंबित किया गया था.
सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने मारपीट और जीएसटी से जुड़ा विवादः अमेरिका सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है. यूनिवर्सिटी में ज्वाइन करने के साथ ही वे विवादों से घिरते चले गए. इस बीच प्राइवेट यूनिवर्सिटी को लेकर जीएसटी की एक बैठक बुलाई गई. इस बैठक में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार छोगाराम देवासी ने मारपीट का आरोप लगाया था. इसके बाद प्रताप नगर थाने में मामला भी दर्ज कराया गया था. इस पूरे मामले में प्राइवेट यूनिवर्सिटी की ओर से जीएसटी नहीं देने का विवाद सामने आया था, इसके बाद रजिस्ट्रार ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल और कई लोगों को पत्र लिखकर कुलपति के खिलाफ शिकायत की थी.
जमीन को लेकर उठाए सवालः गुलाब बाग की बेशकीमती जमीन को लेकर अमेरिका सिंह की ओर से नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया पर सवाल उठाए गए. इस मामले ने इतना तूल पकड़ा की 1 महीने तक भाजपा सड़क पर उतरकर अमेरिका सिंह के खिलाफ धरना प्रदर्शन करती रही. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने विधानसभा में अमेरिका सिंह के खिलाफ शैक्षणिक योग्यता को लेकर सवाल उठाया था. इस मामले को लेकर राज्य सरकार ने एक जांच कमेटी का गठन किया था. लेकिन इस कमेटी के सामने भी अमेरिका सिंह कभी भी पेश नहीं हुए. वहीं कटारिया के अलावा करीब 12 विधायकों ने अमेरिका सिंह के खिलाफ विधानसभा में सवाल उठाए थे.
राज्यपाल के सामने नहीं हुए पेशः सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के कुलपति को सीकर गुरुकुल यूनिवर्सिटी विवाद को लेकर राज्यपाल की ओर से कई बार पेश होने के लिए बुलाया गया. लेकिन अमेरिका सिंह लगातार स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देते हुए पेश नहीं हुए.
19 अप्रैल से अवकाश पर अमेरिका सिंहः कुलपति अमेरिका सिंह स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देकर 19 अप्रैल से अवकाश पर चल रहे हैं. प्रोफेसर अमेरिका सिंह अलग-अलग कमेटी के सामने आज तक पेश नहीं हुए. इसमें पहला मामला अमेरिका सिंह की योग्यता व अनियमितताओं की जांच करने के लिए बनाई गई कमेटी का था. यह कमेटी उदयपुर के संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में बनाई गई, लेकिन वे कमेटी के सामने पेश नहीं हुए.