जयपुर. सरकार ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन घोषित किया है. ऐसे में अब केंद्र सरकार का यह भी प्रयास है कि जिस जनता को उन्होंने लॉकडाउन के चलते घरों में बंद कर दिया है. उस जनता को खाने-पीने की किल्लत का सामना न करना पड़े. इसके लिए केंद्र सरकार ने राजस्थान को मिलने वाली गेहूं की सप्लाई दोगुनी कर दी है.
पहले जहां महीने के डेढ़ लाख कट्टे गेंहू के राजस्थान को दिये जा रहे थे. वहीं अब इसे अप्रैल और मई महीने के लिए बढ़ाकर तीन लाख कट्टे महीने के कर दिए गए हैं. गेहूं की सप्लाई एफसीआई की ओर से सीधे प्रशासन को डीएसओ के माध्यम से की जा रही है. आज यानि की बुधवार को गेहूं लेकर मालगाड़ी राजधानी जयपुर पहुंची. जहां से इस गेहूं को डीएसओ के जरिए बांटने के लिए भेजा जा गया. साथ ही रैक खाली हो जाए इसके चलते बाकी बचा गेहूं एफसीआई के गोदाम में पहुंचाया गया.
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देश में फिलहाल रेल सेवा के तौर पर केवल माल गाड़ियां ही संचालित हो रही हैं, जो खाद्यान्न का परिवहन कर रही हैं. राजधानी में एफसीआई के गेहूं की सप्लाई मालगाड़ी के जरिए हुई. दरअसल, एक मालगाड़ी में 56 हजार 250 कट्टे गेहूं के पहुंचे हैं, जिनमें 2 हजार 846 मिट्रिक टन गेहूं है. मालगाड़ी के एक डिब्बे में में 1 हजार 265 गेहूं के कट्टे होते हैं और 45 डिब्बे होते हैं. ऐसे में करीब 28 हजार क्विंटल गेहूं एक मालगाड़ी के जरिए परिवहन किया जा रहा है.
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अब तक राजस्थान को 5 गाड़ियां, जिन्हें रैक कहा जाता है भेजी जा चुकी हैं. ऐसी 13 रैक राजस्थान में और आना बाकी है. एफसीआई के अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल खाद्यान्न की कोई कमी नहीं है और राजस्थान को मिलने वाली सप्लाई भी दोगुनी कर दी गई है. एफसीआई के अधिकारियों के अनुसार जून महीने तक 10 लाख कट्टे गेहूं के प्रदेश में दिए जाएंगे. इस दौरान जयपुर के कनकपुरा रेलवे यार्ड पर मजदूर सोशल डिस्टेंसिंग अपनाते हुए और मुंह बांधकर रैक को खाली किए.