जयपुर. कोरोना वायरस के प्रभाव को लेकर राजस्थान की स्थितियों पर जानकारी देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से एक वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ईटीवी भारत ने पाकिस्तान विस्थापित परिवारों के दर्द को सरकार के सामने रखा. जिस पर मुख्यमंत्री ने यह भरोसा दिलाया कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद पाकिस्तानी विस्थापित परिवारों को सरकार ने कच्ची राशन सामग्री उपलब्ध करवा दी है.
राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर, पाली और जयपुर जिले के साथ-साथ जैसलमेर में पनाह लिए हुए पाकिस्तान के विस्थापित परिवारों की आर्थिक स्थिति के मामले में ईटीवी भारत ने बीते दिनों एक खबर प्रसारित की थी. इस खबर के बाद सरकार ने इन परिवारों की सुध ली और उन्हें कच्ची राशन सामग्री उपलब्ध करवाई है.
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गौरतलब है कि इन पाकिस्तानी विस्थापित परिवारों का जोधपुर और जयपुर का हाल ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ अपनी खबरों के जरिए सरकार को दिखाया था. जिसके बाद कुछ सामाजिक संगठन और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इन परिवारों को राशन सामग्री दी गई थी.
वहीं, ईटीवी ने जिला प्रशासन से भी इनके हालात को लेकर बातचीत की थी. इन परिस्थितियों में मुख्यमंत्री ने बताया कि जोधपुर के 2000 गरीब परिवारों को, जयपुर के 700 से ज्यादा परिवारों को और जैसलमेर, पाली व बीकानेर में भी सैकड़ों परिवारों को सरकार की तरफ से राशन सामग्री उपलब्ध करवा दी गई है.
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लॉकडाउन के 2 हफ्ते बाद ईटीवी भारत इन पाक विस्थापित परिवारों के घरों का जायजा लेने पहुंचा था. इस दौरान दिखाई जाने वाली खबर के बाद 9 अप्रैल को सरकार ने इस पर पर संज्ञान लेते हुए एक आदेश जारी कर जिला प्रशासन को पाबंद किया था कि पाकिस्तान से आए इन शरणार्थियों के परिवारों में कोई भूखा ना रहे.
सरकारी आदेश की सत्यता को परखने के लिए ईटीवी भारत ने 19 अप्रैल को फिर इन विस्थापित परिवारों का रुख किया तो सामने आया कि प्रशासन ने इन परिवारों से संपर्क तो किया है, लेकिन राहत सामग्री आदेश जारी होने के 10 दिन बाद तक भी साम्रगी नहीं पहुंची. ऐसे में ईटीवी भारत ने पुनः सरकार तक लोगों की समस्या को पहुंचाया और इन परिवारों को राशन दिलवाने में मदद की.