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सीएम गहलोत ने याद किया सियासी संकट, कहा- हमें 34 दिन होटल में रहना पड़ा, बाहर निकलते ही 10 करोड़ का ऑफर...बच गए वरना कोई और खड़ा होता

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को फिर से सियासी संकट के दौर को याद किया. ओटीएस में सिविल सर्विस डे 2022 कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने कहा कि (CM Gehlot Big Statement) सियासी संकट में 34 दिन हमें होटल में रहना पड़ा था. बाहर निकलते ही 10 करोड़ का ऑफर. बड़ा क्राइसिस था, लेकिन दुआओं से बच गए, वरना आज यहां कोई और खड़ा होता.

CM Ashok Gehlot
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत
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Published : Apr 21, 2022, 10:55 PM IST

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सियासी संकट को याद किया है. गुरुवार को सिविल सर्विस डे 2022 कार्यक्रम में (National Civil Service Day 2022 Celebration in Jaipur) गहलोत ने कहा कि बड़ा क्राइसिस था, लेकिन दुआओं से बच गए. सीएम गहलोत ने यह बात ऐसे वक्त में कही है, जब दिल्ली में सियासी उठापटक का दौर चल रहा है.

क्यों आयद आया सियासी संकट : दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अक्सर मैसेज की राजनीति करते हैं. जब भी कुछ कहते हैं तो उसके अपने सियासी मायने होते हैं और यही वजह है कि जब आज सीएम गहलोत नेशनल सिविल सर्विसेज डे कार्यक्रम में ब्यूरोक्रेट्स को संबोधित कर रहे थे, उन्होंने दो साल पहले हुए सियासी संकट को भी याद किया. गहलोत ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज जिस तरीके से अधिकारियों ने अपने गानों के जरिए कला दिखाइए, वह उनकी छुपी हुई प्रतिभा थी जो अब तक सामने नहीं थी. लेकिन इस कार्यक्रम के जरिए कुछ पल अधिकारियों ने अपने जीवन के अपने लिए जिए और अपनी कला को सबके सामने रखा. ठीक इसी तरह का माहौल 2 साल पहले भी हुआ था, जब हमारी सरकार सियासी संकट में आ गई थी. गहलोत ने कहा कि हम 34 दिन तक होटल में रहना पड़ा उस वक्त हमारे कई विधायकों ने भी इसी तरीके से अपने गानों की प्रस्तुति से सबका मनोरंजन किया.

पढ़ें : गहलोत के बाद पायलट ने की सोनिया गांधी से मुलाकात, बड़ी जिम्मेदारी के मिले संकेत, कहा- निर्णय कांग्रेस आलाकमान को लेना है

सब की दुआओं से संकट से निकले : गहलोत ने कहा कि सरकार गिराने की कोशिश हुई, जिसकी वजह से हमें अपने सभी चुने हुए साथियों को लेकर 34 दिन तक होटल में रहना पड़ा. उनमें से कोई बाहर निकलता तो उन्हें 10 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा था, लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि (Gehlot Remembered Rajasthan Political Crisis) उनके किसी भी तरह के लालच में नहीं आया. आप सबकी दुआओं से उस संकट से बच गए, लेकिन वह बड़ा क्राइसिस था. उस दौरान सरकार पर संकट आता तो आज यहां कोई और खड़ा होता.

क्या कहा गहलोत ने...

जमकर लगे ठहाके : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के ब्यूरोक्रेट्स के बीच अपने मन की बात कह रहे थे. उन्होंने कहा कि मेरी किस्मत बहुत साथ देती है. मेरे साथ जो एमएलए बैठे थे, उन्हें वहां कुछ नहीं मिलना था और बाहर निकलते ही 10 करोड़ का ऑफर था. लेकिन फिर भी वो हमारे साथ बैठे रहे. सीएम गहलोत कार्यक्रम में हल्के-फुल्के अंदाज में नजर आए. उन्होंने कहा कि मुझे भी बचपन से गाने सुनने का शौक रहा है. हालांकि, मैने फिल्म बहुत लंबे समय से नहीं देखी है. जब भी मौका मिलता है मैं पुराने गाने सुनता हूं. नए गाने मेरे समझ में नहीं आते हैं. हमारे वक्त के गाने आज भी अच्छे लगते हैं. मुझे इशारों-इशारों में गाना आज भी अच्छा लगता है.

पढ़ें : National Civil Service Day : सर्विस डिलीवरी में सुविधा शुल्क पर राज्यपाल ने जताई चिंता, कही ये बड़ी बात...

ब्यूरोकेट्स की तारीफ की : सीएम गहलोत ने कहा कि कई अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें देखकर लगता नहीं है कि वह इस तरह से अलग अंदाज में भी रहते हैं. उन्होंने समित शर्मा का जिक्र करते हुए कहा कि समित शर्मा ने बेहतर गाने की प्रस्तुति दी. यह सुमित शर्मा वही हैं, जिन्होंने नि:शुल्क दवा और जांच योजना को लागू कराने में बड़ी भूमिका निभाई. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एनपीएस योजना को लेकर भी आईएएस अखिल अरोड़ा की तारीफ की. गहलोत ने कहा कि एमपीएस योजना प्रदेश के उन कर्मचारियों का सम्मान है जो अपनी पूरी जिंदगी सरकार की सेवा में समर्पित करते हुए काम करते हैं.

विपक्ष पर निशाना, ब्यूरोकेट्स से अपील : सीएम गहलोत ने बजट की चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष पर भी निशाना साधा. गहलोत ने कहा कि (Congress Politics in Rajasthan) सरकार ने इतना अच्छा बजट पेश किया, हर वर्ग का ध्यान रखा, लेकिन बावजूद इसके विपक्ष के नेता इस बजट में कमी ढूंढते रहते हैं. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने ब्यूरोक्रेट्स से भी आह्वान किया कि बजट में जो घोषणाएं की गई हैं, उनका लाभ गांव और गरीब तक पहुंचना चाहिए.

पढ़ें : मुख्यमंत्री की समस्त बजट घोषणाओं को तय समय पर पूरा करें: ऊर्जा मंत्री

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सियासी संकट को याद किया है. गुरुवार को सिविल सर्विस डे 2022 कार्यक्रम में (National Civil Service Day 2022 Celebration in Jaipur) गहलोत ने कहा कि बड़ा क्राइसिस था, लेकिन दुआओं से बच गए. सीएम गहलोत ने यह बात ऐसे वक्त में कही है, जब दिल्ली में सियासी उठापटक का दौर चल रहा है.

क्यों आयद आया सियासी संकट : दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अक्सर मैसेज की राजनीति करते हैं. जब भी कुछ कहते हैं तो उसके अपने सियासी मायने होते हैं और यही वजह है कि जब आज सीएम गहलोत नेशनल सिविल सर्विसेज डे कार्यक्रम में ब्यूरोक्रेट्स को संबोधित कर रहे थे, उन्होंने दो साल पहले हुए सियासी संकट को भी याद किया. गहलोत ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज जिस तरीके से अधिकारियों ने अपने गानों के जरिए कला दिखाइए, वह उनकी छुपी हुई प्रतिभा थी जो अब तक सामने नहीं थी. लेकिन इस कार्यक्रम के जरिए कुछ पल अधिकारियों ने अपने जीवन के अपने लिए जिए और अपनी कला को सबके सामने रखा. ठीक इसी तरह का माहौल 2 साल पहले भी हुआ था, जब हमारी सरकार सियासी संकट में आ गई थी. गहलोत ने कहा कि हम 34 दिन तक होटल में रहना पड़ा उस वक्त हमारे कई विधायकों ने भी इसी तरीके से अपने गानों की प्रस्तुति से सबका मनोरंजन किया.

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सब की दुआओं से संकट से निकले : गहलोत ने कहा कि सरकार गिराने की कोशिश हुई, जिसकी वजह से हमें अपने सभी चुने हुए साथियों को लेकर 34 दिन तक होटल में रहना पड़ा. उनमें से कोई बाहर निकलता तो उन्हें 10 करोड़ का ऑफर दिया जा रहा था, लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि (Gehlot Remembered Rajasthan Political Crisis) उनके किसी भी तरह के लालच में नहीं आया. आप सबकी दुआओं से उस संकट से बच गए, लेकिन वह बड़ा क्राइसिस था. उस दौरान सरकार पर संकट आता तो आज यहां कोई और खड़ा होता.

क्या कहा गहलोत ने...

जमकर लगे ठहाके : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के ब्यूरोक्रेट्स के बीच अपने मन की बात कह रहे थे. उन्होंने कहा कि मेरी किस्मत बहुत साथ देती है. मेरे साथ जो एमएलए बैठे थे, उन्हें वहां कुछ नहीं मिलना था और बाहर निकलते ही 10 करोड़ का ऑफर था. लेकिन फिर भी वो हमारे साथ बैठे रहे. सीएम गहलोत कार्यक्रम में हल्के-फुल्के अंदाज में नजर आए. उन्होंने कहा कि मुझे भी बचपन से गाने सुनने का शौक रहा है. हालांकि, मैने फिल्म बहुत लंबे समय से नहीं देखी है. जब भी मौका मिलता है मैं पुराने गाने सुनता हूं. नए गाने मेरे समझ में नहीं आते हैं. हमारे वक्त के गाने आज भी अच्छे लगते हैं. मुझे इशारों-इशारों में गाना आज भी अच्छा लगता है.

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ब्यूरोकेट्स की तारीफ की : सीएम गहलोत ने कहा कि कई अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें देखकर लगता नहीं है कि वह इस तरह से अलग अंदाज में भी रहते हैं. उन्होंने समित शर्मा का जिक्र करते हुए कहा कि समित शर्मा ने बेहतर गाने की प्रस्तुति दी. यह सुमित शर्मा वही हैं, जिन्होंने नि:शुल्क दवा और जांच योजना को लागू कराने में बड़ी भूमिका निभाई. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एनपीएस योजना को लेकर भी आईएएस अखिल अरोड़ा की तारीफ की. गहलोत ने कहा कि एमपीएस योजना प्रदेश के उन कर्मचारियों का सम्मान है जो अपनी पूरी जिंदगी सरकार की सेवा में समर्पित करते हुए काम करते हैं.

विपक्ष पर निशाना, ब्यूरोकेट्स से अपील : सीएम गहलोत ने बजट की चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष पर भी निशाना साधा. गहलोत ने कहा कि (Congress Politics in Rajasthan) सरकार ने इतना अच्छा बजट पेश किया, हर वर्ग का ध्यान रखा, लेकिन बावजूद इसके विपक्ष के नेता इस बजट में कमी ढूंढते रहते हैं. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने ब्यूरोक्रेट्स से भी आह्वान किया कि बजट में जो घोषणाएं की गई हैं, उनका लाभ गांव और गरीब तक पहुंचना चाहिए.

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