जयपुर. प्रदेश में तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. वहीं, सहाड़ा में भाजपा के बागी लादूलाल पितलिया के नाम वापसी विवाद पर भी कांग्रेस भाजपा पर लगातार आरोप लगा रही है, लेकिन इन सबके बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा है कि कांग्रेस नेताओं के बयान इस बात का संकेत है कि उपचुनाव का मुकाबला अब एकतरफा हो गया है और भाजपा जीत रही है.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने उपचुनाव से जुड़े विभिन्न सियासी मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि आरएलपी इस चुनाव में भाजपा के लिए कोई चुनौती नहीं है. वहीं, उप चुनाव क्षेत्रों में बड़े नेताओं का दौरा स्थानीय इकाई के आग्रह पर ही तय की जाएगी.
मुकाबला अब एक तरफा
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान जब सतीश पूनिया से पूछा गया कि भाजपा का मुकाबला क्या कांग्रेस से है या आरएलपी भी टक्कर देगी तो पूनिया ने कहा कि अब मुकाबला एकतरफा हो गया है. बीजेपी की जीत का मार्ग भी सुनिश्चित है क्योंकि जिस तरह यह प्रचारित किया गया कि सहाड़ा में बीजेपी का बागी लड़ेगा तो बीजेपी को परेशानी होगी, लेकिन ऐसा प्रचारित करने वाले लोगों को समझ लेना चाहिए कि अब बीजेपी के लिए यह चुनाव आसान हो गया है.
वहीं, जहां तक राजसमंद सीट की बात है तो वहां वैचारिक रूप से बीजेपी पहले से मजबूत है और जिस तरह दिवंगत विधायक किरण माहेश्वरी ने काम किया है, ऐसे में दीप्ति माहेश्वरी के हक में ही वहां की जनता वोट देगी. सुजानगढ़ सीट को लेकर सतीश पूनिया कहते हैं कि वैकल्पिक रूप से इस बार जीत की बारी बीजेपी की है और बीजेपी वहां जरूर जीतेगी क्योंकि पंचायत राज चुनाव में जिस तरह बीजेपी ने इस विधानसभा में आने वाली दोनों पंचायत समितियां अपने पक्ष में जीती उससे ही यह साफ हो चुका है.
ना पत्र में सच्चाई और ना ऑडियो में...
सहाड़ा में भाजपा के बागी रहे लादूलाल पितलिया के मुख्यमंत्री को लिखे वायरल में पत्र और ऑडियो से जुड़े सवाल के जवाब में सतीश पूनिया कहते हैं कि ना पत्र में कोई सच्चाई थी और ना ऑडियो में कोई शक्ति है, जिससे साबित हो जाए कि लादूराम को प्रताड़ित किया गया. पूनिया के अनुसार यह सामान्य सी बात है कि जब पार्टी का कोई बागी चुनाव लड़ता है तो उसे पार्टी अपने स्तर पर बैठाने के लिए तमाम प्रयास करती है.
पूनिया के अनुसार इसमें ना तो कोई अनैतिक है और ना गलत, लेकिन कांग्रेस को लग रहा था कि पितलिया लड़ेंगे तो उनकी राह आसान हो जाएगी. लेकिन, अब उन्होंने नामांकन वापस ले लिया है तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है और उसके नेता इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं क्योंकि उनकी गणित बिगड़ गई है जिससे कांग्रेस के नेता हताश और निराश हैं.
जल्द पूरी होगी ख्वाहिश
जब सतीश पूनिया से पूछा गया कि लादूराम नाम वापसी प्रकरण पर इतना विवाद हुआ, लेकिन लादूराम मीडिया के सामने नहीं आए, जिस पर पूनिया ने कहा कि यह भी इच्छा जल्द ही पूरी होगी. जब व्यक्ति भावनात्मक रूप से जुड़ा होता है तो इस प्रकार की घटना क्रम के बाद एक-दो दिन का समय उसे लगता ही है. ऐसे भी लादूराम ने कहा है कि वह अपने गुरु से मिलने के बाद चुनाव प्रचार में जुटेंगे क्योंकि उन्होंने नामांकन वापस दे दिया है तो उन्हें चुनाव प्रचार में भाजपा के पक्ष में जुटना भी चाहिए और वह ऐसा करेंगे भी.
बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा
उप चुनाव क्षेत्रों में बीजेपी कांग्रेस के साथ ही आरएलपी ने भी अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं, लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के अनुसार आरएलपी बीजेपी के लिए कोई चुनौती नहीं है. वहीं, हाल ही में आरएलपी को लेकर आए भाजपा मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा के बयान की आरएलपी कांग्रेस की बी टीम ही है के सवाल पर उन्होंने कहा कि आरएलपी कांग्रेस की 'बी' टीम है या फिर 'सी' टीम यह उन्हें नहीं पता. लेकिन आरएलपी अपना काम कर रही है और भाजपा अपना, मौजूदा चुनाव में आरएलपी का बीजेपी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला.
घर-घर चुनाव प्रचार पर रहेगा फोकस
विधानसभा क्षेत्र सहाड़ा, सुजानगढ़ और राजसमंद में अब तक भाजपा की ओर से बड़े नेताओं के चुनाव प्रचार नहीं होने के मामले में सतीश पूनिया ने साफ कर दिया कि कोरोना गाइडलाइन के चलते इस बार भाजपा का पूरा फोकस घर-घर चुनाव प्रचार पर ही रहेगा. उन्होंने कहा स्थानीय भाजपा इकाई यदि चाहेगी तो संबंधित नेताओं के वहां दौरे करवा दिए जाएंगे और स्थानीय इकाई के कहने पर ही बड़ी चुनावी रैली या सभा करवाई जाएगी. सतीश पूनिया ने कहा कि इस बार उपचुनाव में केंद्र के बड़े नेता यहां नहीं आएंगे क्योंकि उनका पूरा फोकस पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव पर है.