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किशोर स्वास्थ्य सरकार की प्राथमिकता, ब्रांड एंबेसडर और मैसेंजर बनाकर संचालित होंगे जागरूकता कार्यक्रम- डॉ. रघु शर्मा

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Published : Feb 3, 2021, 4:47 PM IST

जयपुर में बुधवार को चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और यूएनपीएफ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय शाला स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश के 7 जिलों के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को स्वास्थ्य शिक्षा जांच और आवश्यक जानकारियां दी जाएंगी.

स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम का शुभारंभ, Health and Wellness Program launched
स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम का शुभारंभ

जयपुर. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और यूएनपीएफ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय शाला स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि किशोर स्वास्थ्य राज्य सरकार की प्राथमिकता में है. चिकित्सा विभाग जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए शिक्षकों को ब्रांड एंबेसडर और छात्रों को मैसेंजर के तौर पर शामिल करेगा. वहीं युवावस्था में आने वाली समस्याओं पर खुलकर चर्चा कर उनका निदान किया जाएगा.

स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम का शुभारंभ

बता दें कि बीते साल राज्य सरकार की ओर से शुरू किए गए निरोगी राजस्थान अभियान में किशोर स्वास्थ्य को प्रमुख बिंदुओं में शामिल किया गया था. जिसके तहत प्रदेश के 42 हजार राजस्व ग्राम से 80 हजार स्वास्थ्य मित्र बनाए गए थे. वहीं अब युवावस्था में आने वाली समस्याओं पर खुलकर चर्चा कर उनका निदान करने के लिए शिक्षकों को ब्रांड एंबेसडर और छात्रों को मैसेंजर बनाया जाएगा.

इस कड़ी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और यूएनपीएफ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय शाला में स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम की शुरुआत की गई. साथ ही कार्यक्रम से जुड़े पुस्तक और पोस्टर का विमोचन भी किया गया. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि किशोर स्वास्थ्य राज्य सरकार की प्राथमिकता में है.

इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के चयनित 7 जिलों बारां, बूंदी, धौलपुर, जैसलमेर, सिरोही, करौली और उदयपुर के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को स्वास्थ्य, शिक्षा, जांच और आवश्यक जानकारियां दी जाएगी. उन्होंने कहा कि युवा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और राज्य सरकार की तमाम स्वास्थ्य योजनाओं से लाभान्वित हो सके. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, प्रारंभिक शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग साथ मिलकर उचित माध्यम उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं.

पढ़ें- किसान आंदोलन : महापंचायत के दौरान टूटा मंच

बता दें कि कार्यक्रम के तहत चयनित प्रत्येक स्कूल के 2 शिक्षकों को हेल्थ एंड वैलनेस एंबेसडर और 2 विद्यार्थियों को मैसेंजर के रूप में नियुक्त किया जाएगा. ये शिक्षक प्रति सप्ताह निर्धारित विभिन्न 11 विषय पर विद्यार्थियों के बीच विस्तृत चर्चा करेंगे और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य के लिए जागरूक करेंगे. प्रदेश में फरवरी से मई 2021 तक 4 हजार 821 राजकीय विद्यालयों में 9 हजार 642 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जो नियमित रूप से सत्रों का संचालन करेंगे. इसके लिए एक विशेष पैकेज तैयार किया गया है. जिसमें हेल्थ प्रमोशनल गतिविधियों, हेल्थ स्क्रीनिंग, आईएफए गोलियों और सैनिटरी नैपकिन से संबंधित विभिन्न सेवाओं को शामिल किया गया है.

जयपुर. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और यूएनपीएफ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय शाला स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि किशोर स्वास्थ्य राज्य सरकार की प्राथमिकता में है. चिकित्सा विभाग जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए शिक्षकों को ब्रांड एंबेसडर और छात्रों को मैसेंजर के तौर पर शामिल करेगा. वहीं युवावस्था में आने वाली समस्याओं पर खुलकर चर्चा कर उनका निदान किया जाएगा.

स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम का शुभारंभ

बता दें कि बीते साल राज्य सरकार की ओर से शुरू किए गए निरोगी राजस्थान अभियान में किशोर स्वास्थ्य को प्रमुख बिंदुओं में शामिल किया गया था. जिसके तहत प्रदेश के 42 हजार राजस्व ग्राम से 80 हजार स्वास्थ्य मित्र बनाए गए थे. वहीं अब युवावस्था में आने वाली समस्याओं पर खुलकर चर्चा कर उनका निदान करने के लिए शिक्षकों को ब्रांड एंबेसडर और छात्रों को मैसेंजर बनाया जाएगा.

इस कड़ी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और यूएनपीएफ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय शाला में स्वास्थ्य और कल्याण कार्यक्रम की शुरुआत की गई. साथ ही कार्यक्रम से जुड़े पुस्तक और पोस्टर का विमोचन भी किया गया. चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि किशोर स्वास्थ्य राज्य सरकार की प्राथमिकता में है.

इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के चयनित 7 जिलों बारां, बूंदी, धौलपुर, जैसलमेर, सिरोही, करौली और उदयपुर के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को स्वास्थ्य, शिक्षा, जांच और आवश्यक जानकारियां दी जाएगी. उन्होंने कहा कि युवा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और राज्य सरकार की तमाम स्वास्थ्य योजनाओं से लाभान्वित हो सके. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, प्रारंभिक शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग साथ मिलकर उचित माध्यम उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं.

पढ़ें- किसान आंदोलन : महापंचायत के दौरान टूटा मंच

बता दें कि कार्यक्रम के तहत चयनित प्रत्येक स्कूल के 2 शिक्षकों को हेल्थ एंड वैलनेस एंबेसडर और 2 विद्यार्थियों को मैसेंजर के रूप में नियुक्त किया जाएगा. ये शिक्षक प्रति सप्ताह निर्धारित विभिन्न 11 विषय पर विद्यार्थियों के बीच विस्तृत चर्चा करेंगे और उन्हें बेहतर स्वास्थ्य के लिए जागरूक करेंगे. प्रदेश में फरवरी से मई 2021 तक 4 हजार 821 राजकीय विद्यालयों में 9 हजार 642 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जो नियमित रूप से सत्रों का संचालन करेंगे. इसके लिए एक विशेष पैकेज तैयार किया गया है. जिसमें हेल्थ प्रमोशनल गतिविधियों, हेल्थ स्क्रीनिंग, आईएफए गोलियों और सैनिटरी नैपकिन से संबंधित विभिन्न सेवाओं को शामिल किया गया है.

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