जयपुर. जिले में रविवार को भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी का जन्म शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर दत्तोपंत ठेंगड़ी के मजदूरों के लिए किए गए कामों को याद कर उनके विचारों को अपनाने का आव्हान किया गया. इस दौरान भरत शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक दत्तात्रेय बापूराव: दत्तोपंत ठेंगड़ी किताब का विमोचन हुआ.
इस दौरान क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनुपम ने बताया, कि महापुरुषों को हमेशा स्मरण करना चाहिए और उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए. दत्तोपंत ठेंगड़ी ने शोषित लोगों को ऊपर उठाने के लिए संघर्ष किया. साथ ही उन्होंने देश की तरक्की के लिए सकारात्मक सोच रखने की बात भी कही थी.
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हाईकोर्ट के जज केएस आहलूवालिया ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ ने जिस तरह कर्मचारियों के हितों की बात मुखरता से उठाई है, उसके लिए संघ प्रशंसा का पात्र है. उन्होंने बताया कि भारतीय मजदूर संघ लगातार कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनकी बात प्रमुखता से उठाता आया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि भारतीय मजदूर संघ आगे भी इसी तरह कर्मचारियों के हितों की बात उठाते रहेगा ताकि कर्मचारी वर्ग का कल्याण होता रहे.
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि स्वरंजन अखिल भारतीय बौद्धिक शिक्षा प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, मुख्य वक्ता सतीश कार्तिक चिंतक एवं उत्तर क्षेत्र संगठन भारतीय विचार प्रमुख स्वदेशी जागरण मंच, मुख्य अतिथि केएस आहलुवालिया न्यायाधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय और रेलवे दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण दिल्ली सहित बड़ी संख्या में भारतीय मजदूर संघ से जुड़ी संस्थाएं और उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे.