जयपुर. राजधानी के सबसे बड़े हॉस्पिटल सवाई मानसिंह में अब अन्य बिमारियों का इलाज फिर से शुरू किया जाएगा. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी है. रघु शर्मा ने कहा है कि फिलहाल सवाई मानसिंह अस्पताल में 179 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं. जिसमें 94 मरीज संदिग्ध की श्रेणी में रखे गए हैं. ऐसे में जल्द से जल्द इस अस्पताल में अन्य बीमारियों से जुड़ा इलाज शुरू हो इसे लेकर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं.
मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि फिलहाल सवाई मानसिंह अस्पताल के अलावा आर यू एच एस और निम्न अस्पताल में कुछ अन्य कोविड-19 मरीज भर्ती हैं. ऐसे में एसएमएस अस्पताल में अन्य बीमारियों से जुड़ा इलाज शुरू हो. इसे लेकर कोरोना मरीजों को अन्य जगह शिफ्ट किया जाएगा और आज अस्पताल प्रशासन से वार्ता भी की गई है. जल्द ही कोई जगह चिन्हित की जाएगी. इसके अलावा मालवीय नगर स्थित जयपुरिया अस्पताल में भी सोमवार से नियमित रूप से ओपीडी शुरू हो जाएगा.
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टेली कंसल्टेंसी सेवाएं ई-मित्र के माध्यम से भी
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने यह भी जानकारी दी है कि मरीजों को घर बैठे चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से टेली कंसल्टेंसी सेवा शुरू की गई थी. ई-संजीवनी ओपीडी डॉट इन पोर्टल भी लांच किया गया था. लेकिन पोर्टल के अलावा अब यह सुविधा ईमित्र के माध्यम से भी आमजन को उपलब्ध कराई जाएगी.
जोधपुर में भी प्लाज्मा थेरेपी होगी शुरू
सवाई मानसिंह अस्पताल के बाद आईसीएमआर जोधपुर के मेडिकल कॉलेज को भी प्लाज्मा थेरेपी से इलाज करने के ट्रायल की अनुमति दे दी गई है. चिकित्सा मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि जोधपुर में लगातार बढ़ रहे हैं. संक्रमण के बाद आईसीएमआर को पत्र लिखा गया था और ट्रायल बेस पर प्लाज्मा थेरेपी शुरू करने की बात कही गई थी. जिसके बाद आईसीएमआर ने जोधपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज को ट्रायल बेस पर प्लाज्मा थेरेपी की अनुमति प्रदान कर दी है.
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मातृ-शिशु स्वास्थ्य पोषण सेवाएं नियमित
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि कोरोना के चलते प्रदेश में मातृ शिशु स्वास्थ्य पोषण सेवाएं प्रभावित हो गई थी. जिसके बाद प्रदेश के कई क्षेत्रों में यह सेवाएं नियमित रूप से एक बार फिर से शुरू कर दी गई है. चिकित्सा मंत्री ने बताया कि सीएचसी पीएफसी और सब सेंटर के साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों पर मातृ शिशु स्वास्थ्य पोषण सेवाएं नियमित रूप से शुरू कर दी गई है.