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डीएपी उर्वरक संकट : सीएम गहलोत ने पीएम मोदी से की अपील, कहा- किसानों से जुड़े इस मुद्दे पर जल्द करें हस्तक्षेप

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डीएपी खाद की कमी पर ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खाद संकट पर हस्तक्षेप करने की अपील की है. प्रदेश में डीएपी खाद को लेकर लगातार किसानों को कमी का सामना करना पड़ रहा है.

जयपुर न्यूज , Jaipur News
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का ट्वीट
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Published : Oct 12, 2021, 8:00 PM IST

Updated : Oct 12, 2021, 10:00 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डीएपी की कमी को लेकर ट्वीट करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है.प्रदेश में डीएपी खाद को लेकर लगातार किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कहा कि देशभर में डीएपी खाद की कमी है. अन्तरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में वृद्धि के कारण उर्वरक कम्पनियों की ओर से पर्याप्त मात्रा में डीएपी का आयात नहीं किया जा रहा है. इससे सरसों और अन्य फसलों की बुवाई पर असर पड़ रहा है. गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध है कि अन्नदाताओं से जुड़े इस संवेदनशील मुद्दे पर शीघ्र हस्तक्षेप करें. जिससे राज्यों में किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध हो सके.

पढ़ें- सोनिया-राहुल-प्रियंका यहां क्यों आएं ? BJP में मूर्ख लोगों को वास्विकता पता नहीं और बयानबाजी करते हैं - गहलोत

प्रदेश किसानों को नही मिल रहा डीएपी खाद

रबी बुवाई सीजन शुरू होते ही राजस्थान में डीएपी की भारी कमी हो गई है. किसान परेशान हैं. क्योंकि डीएपी एक महत्वपूर्ण काम्लैक्स फर्टिलाइजर है. इसकी कमी को लेकर राज्य सरकार ने केंद्र से खाद उपलब्ध कराने की मांग की है. राज्य सरकार प्रदेश में डीएपी आपूर्ति में सुधार लाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों से विकल्प के तौर पर सिंगल सुपर फॉस्फेट और एनपीके का उपयोग करने की अपील की है.

पढ़ेंः कोयला कंपनियों का कोई बकाया नहीं, सरकार कर रही है अग्रिम भुगतान - सीएम गहलोत

देश में डीएपी उर्वरक की आपूर्ति काफी हद तक विदेशी आयात पर निर्भर है. इस साल आयात कम होने से पूरे देश में ही डीएपी की मांग एवं आपूर्ति में अंतर बढ़ गया है. जिससे अन्य राज्यों के साथ ही राजस्थान भी प्रभावित हुआ है. केन्द्र सरकार ने राज्य में इस साल अप्रैल से सितम्बर माह के दौरान 4.50 लाख मैट्रिक टन मांग के विरूद्ध 3.07 लाख मीट्रिक टन डीएपी की ही आपूर्ति की है. साथ ही अक्टूबर महीने में 1.50 लाख मैट्रिक टन मांग के विरूद्ध 68 हजार मीट्रिक टन डीएपी ही स्वीकृत की है. इससे राज्य में डीएपी की कमी हो गई है.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डीएपी की कमी को लेकर ट्वीट करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है.प्रदेश में डीएपी खाद को लेकर लगातार किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

इस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कहा कि देशभर में डीएपी खाद की कमी है. अन्तरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में वृद्धि के कारण उर्वरक कम्पनियों की ओर से पर्याप्त मात्रा में डीएपी का आयात नहीं किया जा रहा है. इससे सरसों और अन्य फसलों की बुवाई पर असर पड़ रहा है. गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध है कि अन्नदाताओं से जुड़े इस संवेदनशील मुद्दे पर शीघ्र हस्तक्षेप करें. जिससे राज्यों में किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध हो सके.

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प्रदेश किसानों को नही मिल रहा डीएपी खाद

रबी बुवाई सीजन शुरू होते ही राजस्थान में डीएपी की भारी कमी हो गई है. किसान परेशान हैं. क्योंकि डीएपी एक महत्वपूर्ण काम्लैक्स फर्टिलाइजर है. इसकी कमी को लेकर राज्य सरकार ने केंद्र से खाद उपलब्ध कराने की मांग की है. राज्य सरकार प्रदेश में डीएपी आपूर्ति में सुधार लाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों से विकल्प के तौर पर सिंगल सुपर फॉस्फेट और एनपीके का उपयोग करने की अपील की है.

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देश में डीएपी उर्वरक की आपूर्ति काफी हद तक विदेशी आयात पर निर्भर है. इस साल आयात कम होने से पूरे देश में ही डीएपी की मांग एवं आपूर्ति में अंतर बढ़ गया है. जिससे अन्य राज्यों के साथ ही राजस्थान भी प्रभावित हुआ है. केन्द्र सरकार ने राज्य में इस साल अप्रैल से सितम्बर माह के दौरान 4.50 लाख मैट्रिक टन मांग के विरूद्ध 3.07 लाख मीट्रिक टन डीएपी की ही आपूर्ति की है. साथ ही अक्टूबर महीने में 1.50 लाख मैट्रिक टन मांग के विरूद्ध 68 हजार मीट्रिक टन डीएपी ही स्वीकृत की है. इससे राज्य में डीएपी की कमी हो गई है.

Last Updated : Oct 12, 2021, 10:00 PM IST
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