जयपुर. राज्य सरकार ने परकोटा वासियों को 2014 में जो सपना दिखाया था, वो अब 2020 में पूरा होने जा रहा है. 23 सितंबर से जयपुर मेट्रो का संचालन शुरू होगा और इस बार मेट्रो मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक दौड़ेगी. सीएम अशोक गहलोत इसका वर्चुअल उद्घाटन करेंगे.
हालांकि, परकोटे के दोनों मेट्रो स्टेशन छोटी चौपड़ और बड़ी चौपड़ पर वाहनों को रखने के लिए पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं बड़ी चौपड़ स्टेशन के आगे क्रॉस ओवर प्वाइंट भी नहीं बनाया गया है, जिसका खामियाजा खुद मेट्रो को भुगतना पड़ सकता है.
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आखिरकार परकोटे में चलने वाली भूमिगत मेट्रो के उद्घाटन की हरी झंडी मिल ही गई. 23 सितंबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इसका उद्घाटन करेंगे. हालांकि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए उद्घाटन वर्चुअल किया जाएगा. 2014 में शुरू हुए मेट्रो फेज वन बी के निर्माण का कार्य मार्च 2018 में पूरा होना था, लेकिन इसके ढाई साल बाद ये काम पूरा हो पाया है. इसके निर्माण में 1126 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. लेकिन इसका फायदा शहर की आम जनता को इस तरह मिलेगा कि अब महज 26 मिनट में 11.3 किलोमीटर का सफर तय कर पाएंगे और इसका शुल्क भी महज ₹22 होगा.
जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को फेज वन बी पार्ट से राजस्व बढ़ोतरी की भी बड़ी उम्मीद है. मेट्रो में फिलहाल 21 हजार यात्री सफर कर रहे थे, लेकिन अब अनुमान लगाया जा रहा है कि ये आंकड़ा बढ़कर 45 हजार होगा. वहीं, मेट्रो प्रशासन ने कुछ खामियां छोड़ी हैं, जिसकी वजह से 45 हजार के इस आंकड़े को छूना एक चुनौती लग रहा है.
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दरअसल, परकोटे में बने दोनों ही मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है. यही नहीं चांदपोल से बड़ी चौपड़ के बीच दोनों तरफ से मेट्रो का संचालन करने के लिए बड़ी चौपड़ स्टेशन के आगे क्रॉस ओवर प्वाइंट बनाया जाना था. ताकि एक ही समय पर ट्रेन का मूवमेंट दोनों लाइन पर किया जा सके. लेकिन यहां क्रॉस ओवर का निर्माण नहीं किया गया. नतीजन एक समय पर एक ही ट्रेन का मूवमेंट हो पाएगा, जिसके चलते यात्री को करीब 20 मिनट का इंतजार करना पड़ेगा.