जयपुर. स्कूल व्यख्याता भर्ती परीक्षा 2018 की तिथि को आगे बढ़ाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का धरना पिछले 15 दिन से जारी है. वहीं 9 अभ्यर्थी आमरण अनशन पर बैठे है. जिनमें से तीन अभ्यर्थियों की तबियत लगातार बिगड़ रही है लेकिन फिर भी एमएसएम अस्पताल में भर्ती अभ्यर्थियों का धरना जारी है.
वहीं ईरा बोस, नोनी सबलानी, असलम चोपदार अभ्यर्थी पिछले छह दिन से एसएमएस अस्पताल में भर्ती है. धरनास्थल पर सत्येंद्र सिंह राठौड़, कन्हैया लाल मीणा, कल्पेश चौधरी, शुभम चौधरी, जग प्रवेश महान, धर्मवीर लांबा दो से चार दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं. हालांकि, अभ्यर्थियों से अभी कोई सरकार का प्रतिनिधि मिलने नहीं आया है. शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी कह दिया कि अभ्यर्थियों की कोई ठोस मांग नहीं है.
अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार जब तक तिथि को आगे नहीं बढ़ाती है. तब तक अनशन जारी रहेगा और अभ्यार्थियों को कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदार सरकार होगी.
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अभ्यर्थियों तिथि आगे बढ़ाने, पदों की संख्या बढ़ाने और बाहरी राज्यों का कोटा कम करने की मांग कर रहे है. अब ये धरना सियासी रूप भी ले चुका है. धरनास्थल पर लगातार विपक्ष के नेता पहुंच रहे है और मांगों को जायज बता रहे है. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू हुआ तो डेढ़ लाख अभ्यिर्थियों ने आवेदन किया था. आपको बता दें कि 5 हजार पदों पर 3 जनवरी से 13 जनवरी के बीच मे परीक्षा होनी है.