जयपुर. केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत थड़ी-ठेलेवालों को लोन देकर संबल दिया जा रहा है. राजधानी जयपुर में नगर निगम ने ऐसे 12 हजार 600 पात्र स्ट्रीट वेंडर्स को योजना का लाभ देने के लिए चिन्हित भी किया लेकिन अफसरों की सुस्ती और कागजी खानापूर्ति के चलते इन स्ट्रीट वेंडर्स तक सरकारी मदद नहीं पहुंच पा रही है. ऐसे में रविवार को भाजपा नेता रामकिशन सोनी ने योजना का लाभ स्ट्रीट वेंडर्स तक पहुंचाने के लिए विशेष शिविर लगा दिया.
बीते दिनों प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत ने स्वायत्त शासन विभाग की बैठक में अधिकारियों को अभियान चलाकर स्ट्रीट वेंडर्स को लोन देने के निर्देश दिए थे. ये भी स्पष्ट किया था कि थड़ी ठेला वालों को आजीविका के लिए ऋण लेने में दिक्कत नहीं आए. लेकिन प्रशासनिक महकमे ने इन स्ट्रीट वेंडर्स के लोन को कागजी खानापूर्ति में उलझा कर रख दिया.
महज 1900 लोगों को मिला ऋण
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत करीब 6000 स्ट्रीट वेंडर्स ने दस-दस हजार रुपए के ऋण के लिए आवेदन किया. इनमें से महज 1900 लोगों को ही ऋण मिल पाया है. ऐसे में रविवार को बीजेपी के किशनपोल मंडल की ओर से थड़ी ठेला व्यापारियों तक पीएम स्वनिधि योजना का लाभ पहुंचाने के लिए शिविर लगाया गया. यहां पात्र आवेदकों से योजना संबंधी जरूरी दस्तावेज लिए गए. जिससे उन्हें ऋण मिलने में कोई परेशानी ना हो. योजना में 18 से 50 साल तक की आयु वाले स्ट्रीट वेंडर आवेदन करने पहुंचे.
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बता दें कि शहर में स्ट्रीट वेंडर्स को चिन्हित करने वाली इन्फोमैप फर्म की भी बड़ी लापरवाही रही. इस कंपनी को 2018 में काम दिया था लेकिन कार्य आदेश जुलाई 2019 में दिया गया. साल भर बीत जाने के बाद भी अब तक सभी 12 हजार 600 स्ट्रीट वेंडर्स को पहचान पत्र नहीं बांटे जा सके हैं.