जयपुर. राजधानी में पिछले 15 दिनों से अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही आशा सहयोगिनियों ने गुरुवार को बजाज नगर थाने का घेराव किया. यहां आशा सहयोगिनियों ने गिरफ्तार 12 आशाओं को रिहा करने की मांग की और रात होते-होते गिरफ्तार सभी आशा सहयोगिनियों को छोड़ दिया गया. इसके बाद आशा सहयोगिनियों ने थाने से पड़ाव हटाया. लेकिन, आंदोलन खत्म नहीं हुआ है.
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प्रदेशभर की आशा सहयोगिनियां अपना मानदेय बढ़ाने और नियुक्ति को स्थायी करने सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलनरत है, लेकिन बुधवार रात पुलिस ने महिला एवं बाल विकास विभाग के दफ्तर के बाहर धरना दे रही आशा सहयोगिनियों को भगाया. इस दौरान 12 आशाओं को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा और आक्रोशित आशा सहयोगिनियों ने बजाज नगर थाना की ओर कूच किया. आशा सहयोगिनियों ने बाहर सड़क पर ही पड़ाव डाल दिया. ऐसे में रात भाजपा नेता डॉ. अलका गुर्जर, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा और राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने बजाज नगर थाने पहुंचकर आशा सहयोगिनियों की गिरफ्तारी के खिलाफ आक्रोश जताया और गिरफ्तार आशा सहयोगिनियों को रिहा करवाया.
फिलहाल थाने के बाहर से आशा सहयोगिनियों ने धरना खत्म कर दिया है, लेकिन आंदोलन खत्म नहीं किया है. अपनी अन्य मांगों को लेकर उन्होंने 2 दिन का अल्टीमेटम दिया है. अगर दो दिन में उनकी मांगों पर पुनर्विचार नहीं किया गया तो आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है.