आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) : आज दिनांक 2 सितंबर 2021 वार गुरुवार है. हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास का कृष्ण पक्ष चल रहा है. आज शुभ तिथि एकादशी है, जो पूर्ण रात्रि तक रहेगी. गुरुवार को सुबह 06:22 से 03 सितम्बर, शुक्रवार सुबह 07:44 तक एकादशी है.
एकादशी तिथि का महत्व: हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है. राम रामेति रामेति. रमे रामे मनोरमs. सहस्त्र नाम त तुल्यं. राम नाम वरानने. एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए. एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है.
शुभ नक्षत्र (Nakshatra) : आर्द्रा दोपहर 02:57 तक तत्पश्चात पुनर्वसु.
व्रतोत्सव (Vratotsav) : एकादशी वृद्धि तिथि.
राहुकाल (Rahukal) : दोपहर 02:12 से शाम 03:46 तक.
दिशाशूल : गुरुवार को दक्षिण दिशा में दिशाशूल रहता है.
योग : सिद्धि सुबह 10:10 तक तत्पश्चात व्यतिपात.
विक्रम संवत : 2078
शक संवत : 1943
अयन : दक्षिणायन
ऋतु : शरद
व्यतिपात योग : व्यतिपात योग की ऐसी महिमा है कि उस समय जप पाठ प्राणायम, माला से जप या मानसिक जप करने से भगवान की और विशेष कर भगवान सूर्यनारायण की प्रसन्नता प्राप्त होती है. जप करने वालों को, व्यतिपात योग में जो कुछ भी किया जाता है उसका 1 लाख गुना फल मिलता है.
पुराण में ये बात आती है व्यतिपात योग की : देवताओं के गुरु बृहस्पति की धर्मपत्नी तारा पर चन्द्र देव की गलत नजर थी, जिसके कारण सूर्य देव अप्रसन्न और नाराज हुए. उन्होंने चन्द्रदेव को समझाया पर चन्द्रदेव ने उनकी बात को अनसुना कर दिया तो सूर्य देव को दुःख हुआ कि मैंने इनको सही बात बताई फिर भी ध्यान नहीं दिया और सूर्यदेव को अपने गुरुदेव की याद आई कि कैसे गुरुदेव के लिए आदर, प्रेम, श्रद्धा होना चाहिए. सूर्यदेव को गुरुदेव की याद आई और आंखों से आंसू बहे वो समय व्यतिपात योग कहलाता है. उस समय किया हुआ जप, सुमिरन, पाठ, प्राणायाम, गुरुदर्शन की खूब महिमा बताई है पुराण में.
विशेष : 02 सितम्बर 2021 गुरुवार को सुबह 10:11 से 03 सितम्बर, शुक्रवार को सुबह 10:10 तक व्यतीपात योग है.