जयपुर. राज्य सरकार (state government) की ओर से चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना जारी की गई है. इसमें ई-मित्रों के माध्यम से लाभार्थी परिवार रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. योजना के तहत कुछ वर्गों के परिवारों को छोड़कर अन्य सभी परिवारों का 850 रुपए के प्रीमियम पर ई-मित्रों के माध्यम से पंजीयन किया जा रहा है.
जिसमें ई-मित्रों पर पंजीयन के बदले लाभार्थी परिवार को कोई शुल्क नहीं देना है. यह शुल्क राज्य सरकार की ओर से वहन किया जा रहा है, लेकिन ई-मित्र संचालक चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में रजिस्ट्रेशन करने के बदले प्रीमियम के अलावा भी अधिक वसूली कर रहे हैं.
ई-मित्र संचालक लाभार्थी परिवार से 900 से 950 रुपए तक वसूल कर रहे हैं. जिसकी शिकायत जिला प्रशासन के पास लगातार पहुंच रही थी. इसके अलावा ई-मित्र संचालक आधार नामांकन और अन्य अलग-अलग सेवाओं के बदले भी अधिक वसूली कर रहे थे. इसके बाद जिला एवं ब्लॉक आईटी टीमों की ओर से 300 ई-मित्रों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया.
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इनमें 31 ई-मित्रों को अधिक वसूली का दोषी पाया गया. प्रत्येक पर 5 हजार का जुर्माना भी लगाया गया और उन्हें 15 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है. इस तरह से ई-मित्रों से एक लाख 55 हजार की वसूली की गई है. डीओआईटी के उपनिदेशक रितेश कुमार शर्मा ने बताया कि जयपुर जिले में वर्तमान में 11 हजार ई-मित्र संचालित किए जा रहे हैं. इनके माध्यम से आम लोगों के घर के पास ही राजकीय और अन्य प्राइवेट सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं.
चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में पंजीयन सहित करीब 450 सेवाएं आम जनता को ई-मित्र के माध्यम से मिल रही है. रितेश कुमार शर्मा ने सभी ई-मित्र संचालकों को चेतावनी दी है कि राजकीय सेवाओं के बदले किसी भी तरह की अधिक वसूली आम जनता से नहीं की जाए. अगर ऐसा किया गया तो ई-मित्रों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.