जयपुर. हेरिटेज नगर निगम राजस्व बढ़ाने के लिए 15 नए पार्किंग स्पॉट तैयार कर रहा है. जिन्हें पहले ट्रायल बेस पर चलाया जाएगा. इसके साथ ही 32 होर्डिंग साइट की भी नीलामी की जाएगी. वहीं यूडी टैक्स और लाइसेंस के लिए कैंप लगाकर वसूली की योजना तैयार की जा रही है. आर्थिक तंगी से जूझ रहे जयपुर नगर निगम प्रशासन ने अपने राजस्व अधिकारियों पर निर्भर नहीं कर, प्राइवेट फर्म के साथ नगरीय विकास कर की वसूली करनी शुरू की, लेकिन कंपनी तय लक्ष्य से काफी पीछे नजर आ रही है.
हेरिटेज नगर निगम की बात करें तो अब तक महज में 3 करोड़ 46 लाख वसूले हैं और 26 हजार 552 संपत्तियों का ही असेसमेंट किया है. स्पैरो इन्फोटेक की इस कछुए की चाल को देखते हुए निगम की राजस्व टीम ने एक बार फिर कमर कसी है. राजस्व शाखा 15 नए पार्किंग स्पॉट तैयार कर रहा है. जिन्हें पहले ट्रायल पर चलाया जाएगा और सफल रहने पर इनकी नीलामी करते हुए राजस्व इकट्ठा किया जाएगा. इसके अलावा राजस्व के नए द्वार खोलते हुए 32 होर्डिंग साइट भी नीलामी की जाएंगी. वहीं राज्य सरकार के निर्देश पर यूडी टैक्स में गई छूट को भुनाने के लिए कैंप भी लगाया जाएगा.
इस संबंध में राजस्व उपायुक्त दिलीप शर्मा ने बताया कि हेरिटेज नगर निगम की ओर से भी पांच ट्रेड लाइसेंस स्वायत्त शासन विभाग से अप्रूव कराए गए हैं. जल्द उन्हें लागू कर राजस्व बढ़ाने का काम किया जाएगा. इसके अलावा पार्किंग और होर्डिंग की साइट के नए स्पॉट चिन्हित किए गए हैं. वहीं लीज, यूडी टैक्स और लाइसेंस के लिए भी शिविर आयोजित किए जाएंगे.
बहरहाल, निगम प्रशासन ने यूडी टैक्स कलेक्ट करने के लिए संपत्तियों की कुर्की करने के भी आदेश जारी किए हैं. हालांकि इस वसूली को लेकर राजस्व अधिकारियों ने सवाल भी खड़े किए हैं, लेकिन ये बात अब तय है कि निगम राजस्व बढ़ोतरी के लिए सिर्फ प्राइवेट कंपनी के भरोसे नहीं रहने वाला.